टोक्यो 29 जुलाई (वार्ता) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) बातचीत का ही नहीं , बल्कि व्यावहारिक नतीजे देने वाला मंच है।
श्री जयशंकर ने जापान की राजधानी टोक्यो में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ एक अत्यंत उपयोगी और विस्तृत बैठक के बाद एक्स पर कहा, “चुनौतीपूर्ण दुनिया में क्वाड विश्वसनीय भागीदारों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक समकालीन उदाहरण है। आज टोक्यो में क्वाड विदेश मंत्रियों की एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। सुश्री कामिकावा योको , श्री एंटनी ब्लिंकन और सुश्री पेनी वोंग को उनके आकलन साझा करने के लिए धन्यवाद।”
उन्होंने कहा, “आज क्वाड हमारी संबंधित विदेश नीतियों में व्यवस्थित रूप से अंतर्निहित है। इसका एक व्यापक एजेंडा है, जिसमें समुद्री साझेदारी को बढ़ावा देना, संपर्क बढ़ाना, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना, संवाद का समर्थन करना और वैश्विक दक्षिण के साथ प्रौद्योगिकी के लाभों को साझा करना शामिल है। यह एक बातचीत की दुकान नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंच है, जो व्यावहारिक परिणाम उत्पन्न करता है। इसमें लोकतांत्रिक राजनीति, बहुलवादी समाज और बाजार अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं, जो एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत, नियम आधारित व्यवस्था और वैश्विक भलाई के लिए एक साथ काम करने की परंपरा है। द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय रूप से एक मजबूत इंटरैक्टिव गतिशीलता है, क्वाड के मूल्य को बढ़ाती है।”
उन्होंने कहा, “चुनौतीपूर्ण दुनिया में क्वाड विश्वसनीय भागीदारों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक समकालीन उदाहरण है।” उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन, जापानी विदेश मंत्री योको और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री वोंग के साथ संवाददाता सम्मेलन में पाँच बिंदुओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर वास्तविक संतुष्टि मिलती है कि क्वाड कितनी गहराई से और व्यवस्थित रूप से ‘अब हमारी विदेश नीतियों में अंतर्निहित हो गया है’। उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि उनकी सरकारों की विभिन्न एजेंसियाँ और उनसे परे हितधारक अब उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए नियमित रूप से एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि क्वाड ने पिछले कुछ वर्षों में एक व्यापक एजेंडा तैयार किया है। उन्होंने कहा, “हम विश्वसनीय दूरसंचार प्रौद्योगिकी और समुद्र के नीचे केबल कनेक्टिविटी से लेकर मानवीय एवं आपदा राहत, महत्वपूर्ण एवं उभरती हुई तकनीकें, साइबर एवं स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु कार्रवाई, बुनियादी ढाँचा, क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित शिक्षा, समुद्री डोमेन जागरूकता और आतंकवाद का मुकाबला करने तक काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हमारे संबंधित द्विपक्षीय या यहां तक कि त्रिपक्षीय संबंधों के बीच एक मजबूत संवादात्मक गतिशीलता है। एक मोर्चे पर प्रगति दूसरे को मजबूत करती है और इस तरह, क्वाड का मूल्य बढ़ाती है। हम साझा एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र के कुछ अन्य देशों के साथ मिलकर काम करने में भी सक्षम हैं।” उन्होंने “…ये चुनौतीपूर्ण समय हैं। चाहे वह स्थिरता और सुरक्षा हो या प्रगति और समृद्धि, अच्छी चीजें अपने आप नहीं होती हैं। उन्हें भरोसेमंद भागीदारों की जरूरत होती है, उन्हें अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत होती है। क्वाड दोनों का एक बेहतरीन समकालीन उदाहरण है।” श्री जयशंकर ने कहा, “अतीत की तरह, आज हमने जो चर्चा की है और जो हासिल किया है, उससे मैं बहुत प्रसन्न हूं।”