नयी दिल्ली 26 जुलाई (वार्ता) राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) के संशोधित परिणाम जारी कर दिये और इसके बाद इस परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 61 से घटकर 17 रह गयी है।
संशोधित परिणाम उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद भौतिकी के एक प्रश्न के अंकों को ध्यान में रखते हुए घोषित किए गए , जिसके बारे में एनटीए ने कहा था कि उसके दो उत्तर सही हैं। जो विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे नीट.एनटीएऑनलाइ.इन और एग्जाम्स.एनटीए.एसी.इन/नीट पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं। नए स्कोर कार्ड लिंक पर 26 जुलाई भी लिखा गया है। संशोधित परिणामों में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों की संख्या घटकर 17 रह गयी है, जबकि इससे पहले जारी नतीजों में शीर्ष स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों की संख्या 61 थी। वहीं, सबसे पहले जारी हुए नीट के परिणामों में शीर्ष स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों की संख्या 67 थी, जिनमें 44 विद्यार्थी को भौतिकी के उस विशेष प्रश्न के लिए दिए गए अंकों के कारण पूरे अंक मिले थे, जिसके एनटीए ने दो सही उत्तर बताए थे। वहीं, एजेंसी ने कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय की बर्बादी की भरपाई के लिए छह विद्यार्थियों को अनुग्रह अंक (ग्रेस मार्क्स) दिये, जिसे बाद में वापस ले लिया था। इसके बाद शीर्ष स्थान पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 61 हो गयी थी।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने विवादित प्रश्न संख्या 19 का सही विकल्प जानने के लिए दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के निदेशक को तीन सदस्यीय विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने और मंगलवार 23 जुलाई को अपराह्न 12 तक न्यायालय के समझ राय रखने का निर्देश दिया था।
नीट यूजी की परीक्षा 05 मई को देश के 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर हुयी थी और इसमें 23.33 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे। नीट-यूजी की परीक्षा 14 विदेशी केंद्रों पर भी आयोजित की गयी थी, जिसमें लगभग 1,563 उम्मीदवार शामिल हुए थे।