कलेक्टर ने खरीदी से किया बाहर, अब सहकारी समितियां ही करेंगी खरीदी
नवभारत, जबलपुर। ग्रीष्म कालीन मूंग और उड़द की फसल के उपार्जन के लिए सहकारी समितियां और एफपीओ द्वारा खरीदी की जा रही थी। जिसमें अधिकारियों द्वारा बिना जांच किए ही एफपीओ को भी मूंग उड़द की खरीदी के लिए आवंटित कर दिया गया था। जिसके बाद इनकी जांच होने पर एफपीओ कंपनी द्वारा मूंग और उड़द की खरीदी पर रोक लगा दी है और एफपीओ को खरीदी से बाहर कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि जिले में मूंग उड़द की खरीदी के लिए 21 केंद्र बनाए गए थे, जिनके उपार्जन के लिए सहकारी समिति और एफपीओ को खरीदी की जिम्मेदारी सौंप गई थी। परंतु एफपीओ द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कंपनी बनाकर इनका उपार्जन किया जा रहा था। जिसके बाद कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर जांच दल गठित करके जांच का प्रतिवेदन मांगा गया था, प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए एफपीओ को मूंग और उड़द की खरीदी से बाहर कर दिया है,जिसके बाद अब सहकारी समितियां ही मूंग और उड़द की खरीदी करेंगी।
चार नए उपार्जन केन्द्र भी बनाए
जिला उपार्जन समिति द्वारा लिये गये निर्णय अनुसार पूर्व में कार्यालयीन आदेश द्वारा जबलपुर जिले में कुल 21 गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र निर्धारित किये गये थे। जिसके बाद अब एफ.पी.ओ. के स्थान पर सहकारी समितियों को प्रतिस्थापित करते हुए 4 नए उपार्जन केन्द्र बनाए है। जिसमें सिहोरा की उपार्जन करने वाले संस्था वृत्ताकार सेवा सहकारी समिति कछपुरा, नुन्जी, घाट सिमरिया तथा शहपुरा के वृत्ताकर सहकारी समिति सिवनी टोला, क्रमश: सियाराम वेयर हाउस, नर्मदा इंटरप्राइजेज दर्शनी, जय भवानी स्टोरेज खबरा, श्री सांवरिया जी एग्रो वेयर हाउस ग्राम भिडक़ी केंद्रों में खरीदी करेगी। राज्य शासन द्वारा मूँग उपार्जन के लिये स्लाट बुकिंग की अंतिम तिथि एक दिन और बढ़ा दी गई है। किसान अब 23 जुलाई तक मूँग उपार्जन के लिये स्लॉट बुक करा सकेंगे। इसके पहले समर्थन मूल्य पर मूँग उपार्जन के लिये स्लॉट बुकिंग की अंतिम तारीख 22 जुलाई तय की गई थी।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इच्छुक किसानों से इस नियत समय-सीमा में स्लॉट बुक करने का आग्रह किया है। जिन किसानों द्वारा नियत समयावधि में स्लाट बुकिंग नहीं की जायेगी, उनसे मूँग का उपार्जन किया जाना संभव नहीं होगा।