भोपाल, रीवा, 22 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश के रीवा जिले में दो महिलाओं को पारिवारिक विवाद में मुरम डाल कर जमीन में दबाने की कोशिश के मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि महिलाओं समेत सभी नागरिकों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस मामले में पुलिस प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ यादव ने एक्स पर कल देर रात की अपनी पोस्ट में कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त वीडियो से रीवा जिले में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला संज्ञान में आया, जिसमें जिला प्रशासन एवं पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जिले के थाना मनगंवा अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन संबंधी पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरुम डालने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, दो अन्य की तलाश जारी है। उपचार के बाद महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मध्यप्रदेश के नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके खिलाफ किसी भी अपराध में आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि यह एक पारिवारिक विवाद है। इस प्रकरण में पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया है। आरोपी विपिन पांडेय को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। महिलाओं का अस्पताल में उपचार कराया गया, जहां से उन्हें छुट्टी दे दी गयी है।
हनौता कोठार में जमीनी विवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, इसकी सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा। यहां फरियादी आशा पांडेय (25) ने पुलिस को बताया कि उनका, ससुर गौकरण पांडेय से साझे की जमीन को लेकर रास्ता निकलने को लेकर विवाद है। कल गौकरण पांडेय और देवर विपिन पांडेय विवादित जमीन पर सड़क बनवाने के लिए हाइवा से मुरूम लेकर आए। जहां आशा पांडेय अपनी देवरानी ममता पांडेय के साथ जाकर हाइवा के चालक को मुरूम गिराने से मना करने लगी। हाइवा चालक ने दोनों की बात नहीं सुनी तो वे डंपर के पीछे मुरुम गिरने के स्थान पर बैठने लगी। इसी बीच अचानक हाइवा चालक ने तेजी से मुरुम गिरा दी। दोनों मुरुम में दबने लगी, तभी मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।