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आईवीआरएस के जरिए लोगों को फंसाने की कोशिश
भोपाल, 20 जुलाई. मोबाइल फोन रिसीव करते ही अगर आपको कोई रिकार्डेड आवाज सुनाई देने लगे तो तुरंत सावधान हो जाएं. इस प्रकार की आवाज के निर्देशों का पालन किया तो आप सायबर ठगी का शिकार हो सकते हैं. दरअसल सायबर जालसाजों द्वारा ठगी के लिए इन दिनों आईवीआरएस (इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पॉस सिस्टम) का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसी रिकार्डेड आवाज वाले फोन कॉल्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसको लेकर सायबर क्राइम ब्रांच में अभी तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन अधिकारियों ने सतर्कता बरतने की सलाह जरूर दी है. केस-1 अशोका गार्डन में रहने वाले समीर खान के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से काल आया. उन्होंने जैसे ही फोन रिसीव किया, वैसे ही सुनाई देने लगा कि आपके सिम की केवायसी अपडेट नहीं है, ऐसे में आपका नंबर बंद हो जाएगा. केवायसी अपडेट करने के लिए 9 दबाएं. यह रिकार्डेड आवाज सुनकर समीर तुरंत ही समझ गए कि कोई गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए उन्होंने फोन काट दिया. केस-2 शाहपुरा निवासी जीत कुमार के मोबाइल पर भी इसी प्रकार का काल आया. उन्होंने फोन रिसीव किया तो आवाज आई कि दिल्ली हाईकोर्ट से आपका समन जारी हुआ था, जिसे आप रिसीव नहीं कर रहे हैं. उसे रिसीव करने के लिए शून्य दबाएं. जीत ने शून्य दबाने के बजाए फोन काट दिया और कार्यालय पहुंचकर सहयोगियों से समन के बारे में पूछताछ की. बाद में पता चला कि आईवीआरएस का इस्तेमाल किया गया था. इस प्रकार फंसाते हैं जालसाज लोगों के पास फोन करने वाले जालसाज फोन अटैंड करते ही आईवीआरएस (इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पॉस सिस्टम) का उपयोग कर पहले से रिकार्डेड आवाज सुनाते हैं. इनमें केवायसी अपडेट करने, बिजली का कनेक्शन कटने, मोबाइल नंबर बंद होने समेत किसी भी प्रकार की जानकारी शामिल हो सकती है. इस प्रकार की सुविधाओं को चालू रखने के लिए 9 अथवा शून्य दबाने का बोला जाता है. अनजाने में जब कोई इस प्रकार की बटन दबा देता है तो जालसाज खुद बात करने लगते हैं. बातचीत के दौरान वह आपकी निजी जानकारी हासिल कर आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं. सतर्कता बरतने की अपील डीसीपी क्राइम ब्रांच अखिल पटेल ने बताया कि सायबर जालसाज ठगी के लिए नई-नई तकनीक अपनाते रहते हैं. आईवीआरएस से जुड़ी अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए. मोबाइल पर आने वाले अनजान नंबरों पर बात करते समय सावधान रहें और एसएमएस अथवा वॉट्सएप पर भेजी जाने वाली अनचाही लिंक को क्लिक नहीं करें. सायबर क्राइम संबंधित घटना घटित होने पर सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तत्काल देनी चाहिए. 0000000