आन लाइन टिकिट वालों के लिए केवल एक गेट रखा जाना चाहिए
ओंकारेश्वर : प्रदेश अध्यक्ष पुरोहित पुजारी तीर्थ इकाई अखिल भारतीय ब्राम्हण समाज ,पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद ओम्कारेश्वर ने ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट से आने वाले भक्तों के हित में मांग करी है कि जब वी आईपी,विशेष दर्शन, टिकिट बंद रहते है उसके बाद भी इनके गेटों पर भीड़ लगी रहती है । इसका क्या कारण है ट्रस्ट अधिकारियों को समझना चाहिए ।
आन लाइन टिकिट वालों के लिए केवल एक गेट रखा जाना चाहिए जिससे उनको प्रवेश दिया जाए। गेट के पास लगी भीड़ में से कई लोग आन लाइन वालों के पीछे जबरदस्ती घुसते है। निकासी से पूरी तरह से यात्रियों का प्रवेश बंद रहना चाहिए, दिव्यांग को दर्शन कराना चाहिए। स्थानीय भक्त माध्यान्ह भोग के पहले निकासी से दर्शन कर ले। यदि रिश्तेदार आते है तो उनको अनुमति लेकर दर्शन करवाये जाना चाहिए । प्रोटोकॉल के नाम पर जो भक्त आते है उनका नियम बनना चाहिए इसमें कोन पात्र है।
वीआईपी के साथ तो लवाजमा रहता है प्रशासन के पुलिस के लोग रहते है वो ठीक है। किंतु चाहे जो प्रोटोकाल का बताकर दर्शन करवाते है। इसका फायदा कई लोग लेते है इसके लिए ट्रस्ट का एक अधिकारी नियुक्त होना चाहिए । जिसकी अनुमति से जाए और वो पूरी डिटेल जानकारी लिखे। हस्ताक्षर कराए और मोबाइल नंबर लिखे एवं कोन लाया उसकी डिटेल भी लिखे । वीआईपी टिकिट चालू रखे जाए ।
क्योकि कई लोगों को जल्दी रहती है,वृद्ध,छोटे बच्चे वाली महिलाये बीमार येन केन प्रकरेण वो दर्शन की जुगाड़ बिठाते है ।आवश्यक हो तो अनुमति से डोनेशन टिकट से दर्शन करवा देना चाहिए । कई बार धक्का मुक्की गाली गलौच मारपीट के दृश्य देखने को मिलते है। गर्भ गृह में ज्योतिर्लिंग के सामने लगे कांच के आगे फूल बिल्ब पत्र,नारियल,जल के लिए 3 पात्र रखना चाहिए जल चांदी केजल पात्र मेभी डाल सकते है ।भेंट के लिए हुंडी रखी हो कई भक्त ऐसे खुले मेही भेंटचड़ा जाते है । कर्मचाचारी भक्त से सामग्री लेकर पात्र में डाले, भेंट हुंडी में डाले ,जल पात्र में डाले । श्री नर्मदा परिक्रमा के बाद अमरकंठ का जल और हरिद्वार गंगा जल रात्रि 9 बजे तक चढ़ाया जाना चाहिए। क्योंकि इनका अनुश्ठान रहता है । 4बजे केश्रृंगार के समय दर्शन चालू रखना चाहिए,बंद करने से भक्त परेशान होते है ।
श्रृंगार किसके तरफ से हुआ है इसका बोर्ड पर प्रतिदिन उल्लेख पता एवं मोबाइल नंबर सहित होना चाहिए ।