पढाई एआई टूल ने यूपीएससी 2024 की प्रारंभिक परीक्षा के बाद सात मिनट में हल किया प्रश्न पत्र

नयी दिल्ली (वार्ता) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) छात्रों की ओर से विकसित पढाई एआई टूल ने रविवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2024 के प्रारंभिक परीक्षा होने के बाद 100 प्रश्नों के प्रश्न पत्र को महज सात मिनट के भीतर हल किया और 170 से अधिक अंक हासिल कर गूगल और ओपनएआई को पीछे छोड़ दिया।

यूपीएससी 2024 के लिए आज प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गयी।
परीक्षा के पहले सत्र के बाद पढाई एआई सिस्टम ने महज सात मिनट से कम समय में प्रश्न पत्र हल कर लिया।

पढाई एआई ने 100 प्रश्नों को हल कर 200 में से 170 से अधिक अंक हासिल किए, जबकि आमतौर पर क्वालीफाइंग मार्क्स 100 से कम होते हैं।

यह कार्यक्रम राजधानी के द ललित में आज शिक्षा, यूपीएससी कोचिंग समुदाय और मीडिया कर्मियों के विशिष्ट अतिथियों की उपस्थति में आयोजित किया गया।

इसका उद्देश्य पढाई एआई की विशेषताओं को शक्ति देने वाला एआई न केवल एक मददगार शिक्षक है, बल्कि यह 24 घंटे सातों दिन या फिर कहिये 365 दिन उपलब्ध है।
साथ ही कमजोर और गरीब अभ्यर्थी जो बड़े कोचिंग संस्थानों में फीस नहीं दे सकते उनके लिए पढाईएआई सबसे सुलभ माध्यम है और इससे यूपीएससी की पढ़ाई कर सकते हैं।

पढाईएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. कार्तिकेय मंगलम हैं।
उन्होंने यूसी बर्कले से एआई में पीएचडी की है, जहां उन्हें दुनिया के टॉप 10 एआई रिसर्चर में से एक, प्रो. जितेंद्र मलिक ने गाइड किया था।
इससे पहले, वे मेटा एआई और गूगल एआई में विज़िटिंग रिसर्चर थे।

उन्होंने आईआईटी कानपुर से टॉप नंबरों से ग्रेजुएशन किया है।
उनके साथ पढाई की संस्थापक टीम में कुछ चुनिंदा लोग हैं, जो दुनिया के मशहूर संस्थानों जैसे यूसी बर्कले, स्टैनफोर्ड, ईपीएफएल, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी कानपुर से आए हैं।
ये लोग एआई, एंड्रॉइड इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट और ग्रोथ के क्षेत्र में काम करते हैं।

डॉ. मंगलम ने कहा, “यह पिछले 10 सालों के यूपीएससी एग्ज़ाम में सबसे ज्यादा अंक हैं।
हमें विश्वास है कि हालांकि यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, लेकिन कुछ ही सालों में, ऐसे कार्यक्रम आम हो जाएंगे क्योंकि कई शिक्षण संस्थान एआई के साथ पेपर जल्दी और सटीक रूप से हल करने की होड़ में शामिल होंगे।
” उन्होंने कहा कि गूगल और ओपनएआई के बड़े एआई मॉडलों से यह अलग है।
पढाईएआई खासतौर पर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए बनाया गया है।

उन्हाेंने कहा कि इस ऐप को देश भर में एक लाख से ज्यादा यूपीएससी उम्मीदवार इस्तेमाल करते हैं।
ये ऐप पढाई को दूसरे बड़े भाषा मॉडलों से बेहतर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्रसिद्ध यूपीएससी शिक्षक आतिश माथुर ने कहा, “यह एक अद्भुत, वास्तव में उल्लेखनीय और अद्भुत अनुभव रहा है।
पढाई एआई वास्तव में विश्वसनीय तरीके से वास्तविक समस्याओं का समाधान करता है और छात्रों को अधिक विश्वसनीय तरीके से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
वैज्ञानिक विकास की प्रगति को देखना उल्लेखनीय था।
यह यूपीएससी तैयारी के लिए सबसे अच्छा एआई ऐप है।

फिजिक्स वाला लाइव के सीईओ अतुल कुमार ने कहा, “भविष्य में शिक्षा में एआई का उपयोग निश्चित रूप से अपरिहार्य है।

Next Post

सीमाशुल्क विभाग का डर दिखा कर आनलाइन धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ अभियान

Mon Jun 17 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email नयी दिल्ली, (वार्ता) केंद्रीय सीमाशुल्क एवं अप्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीसीआई) ने सीमाशुल्क अधिकारी बन कर लोगों के साथ आनलाइन धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ आम जनता को सावधान करने केलिए जागरूकता अभियान चला रहा है। ऐसे तत्व […]

You May Like