न्यूयार्क (वार्ता) विशेषज्ञ और पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि विराट कोहली तीसरे नंबर पर उतने असरदार नहीं है उन्हें रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करनी चाहिए।
मांजरेकर ने कहा, “जिस तरह की टीम का चुनाव हुआ है उससे भारतीय टीम ने स्वयं के लिए ही दिक्कत बढ़ाई हैं।
क्योंकि अगर आपने आईपीएल में भी देखा होगा तो विराट कोहली पहले छह ओवर में तेज शुरुआत कर रहे थे।
तो अगर उन्हें यह फायदा ना मिले तो फिर समस्या हो सकती है।
क्योंकि नंबर तीन पर वैसा एडवांटेज नहीं मिलता।
कोहली नंबर तीन पर उतने असरदार नहीं होंगे।
”
उन्होंने कहा, “अगर बाएं और दाएं हाथ के कॉम्बिनेशन को सुनिश्चित करने के लिए यशस्वी जायसवाल को खिलाना ही है तो मैं कहूंगा कि विराट कोहली की बजाय रोहित शर्मा को नंबर तीन पर खिलाना चाहिए।
क्योंकि कोहली की तुलना में नंबर तीन पर रोहित की बल्लेबाजी में इतना फर्क नहीं पड़ेगा।
लेकिन यह शायद होगा नहीं, यशस्वी जायसवाल बाहर बैठेंगे।
”
उन्होंने कहा, “मैं प्लेइंग इलेवन में दुबे की जगह नहीं देखता।
अगर मैं चयनकर्ता होता तो उनकी जगह पर रिंकू सिंह मेरी टीम में होते।
क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिंकू ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया था।
लेकिन आईपीएल को ज्यादा अहमियत दी जाती है।
चयनकर्ताओं ने कहा था कि वे आईपीएल के प्रदर्शन को उतनी तवज्जो नहीं देंगे लेकिन रिंकू सिंह क्योंकि आईपीएल में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए, इसलिए टी-20 में उनके प्रदर्शन को सभी भूल गए।
दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 में बढ़िया प्रदर्शन किया था।
टी-20 के एक फार्म में चल रहे बल्लेबाज को ड्रॉप कर के उन्होंने दुबे को टीम में लिया है लेकिन शुरुआती कुछ मैचों में मेरी टीम में दुबे की जगह नहीं होगी।
”
उन्होंने कहा, “मेरे नंबर तीन संजू सैमसन होंगे।
हां, लेकिन कीपर की पहली पसंद पंत ही होंगे और वह भी मेरे एकादश का हिस्सा होंगे।
मैं पंत और सैमसन दोनों को ही अपनी टीम में रखूंगा क्योंकि युवा खिलाड़ियों की यह फौज टी-20 क्रिकेट उसी तरह खेलती है जैसे हम टेस्ट क्रिकेट खेला करते थे।
टेस्ट क्रिकेट हमारे लिए सामान्य खेल था और युवा खिलाड़ियों को टी-20 क्रिकेट काफी सूट करता है।
”
उन्होंने कहा, “आईपीएल का फार्म मुझे नहीं लगता कि हार्दिक पर असर डालेगा।
हार्दिक एक बड़े स्टेज के खिलाड़ी हैं।
इसलिए मुझे लगता है कि वह आईपीएल के अपने खराब प्रदर्शन से पीछा छुड़ा लेंगे।
आईपीएल लंबा टूर्नामेंट होता है और उसका दबाव दूसरा होता है।
”