भुवनेश्वर (वार्ता) ओडिशा सरकार ने रेमल चक्रवात को देखते हुए मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और केंद्रपाड़ा के जिला कलेक्टरों को सतर्क कर दिया है और उन्हें तूफान के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति में ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और अग्निशमन सेवाओं को तैनात करने के निर्देश दिए है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) कार्यालय सूत्रों ने बताया कि भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के प्रभाव से इन जिलों में हवा के साथ बारिश जारी है। जिला कलेक्टरों को पूरी तरह अलर्ट रहने और स्थिति पर बारीकी से नजर रखने की सलाह दी गई है।
एसआरसी सत्यब्रत साहू ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले चार जिलों के कलेक्टरों को स्थिति उत्पन्न होने पर ओडीआरएएफ और अग्निशमन सेवाओं का उपयोग करने के निर्देश दिए।
राज्य सरकार ने 27 मई तक मछली पकड़ने की गतिविधि पर प्रतिबंध लगा दिया है एवं मछुआरों को पूरी तरह सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
चक्रवाती तूफान के रविवार आधी रात तक मोंगला (बंगलादेश) के दक्षिण पश्चिम के करीब सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच बंगलादेश और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों को पार करने की संभावना है। चक्रवात की अधिकतम गति 110-120 किमी प्रति घंटे से लेकर 135 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के सूत्रों ने कहा कि मयूरभंज, केंद्रपाड़ा, बालासोर और भद्रक जिलों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।