अहमदाबाद, (वार्ता) गुजरात में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े चार श्रीलंकाई नागरिकों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है।
एटीएस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सूचना मिली थी कि चार श्रीलंकाई नागरिकों के टिकट एक ही पीएनआर पर कोलंबो से अहमदाबाद वाया चेन्नई के लिए उड़ान टिकट बुक किए हैं। उनके बोर्डिंग के बारे में सुनिश्चित करने के दौरान यह पाया गया कि चारो 19 मई को सुबह कोलंबो से चेन्नई हवाई अड्डे आए हैं और इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 848 में चेन्नई हवाई अड्डे से प्रस्थान करके अहमदाबाद हवाई अड्डे आने के लिए रवाना हुए हैं और 19 मई को 2010 बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरेंगे। बोर्डिंग कन्फर्म होते ही ए.टी.एस. की टीमें अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 19 मई की शाम से तैनात कर दी गयीं और सूवना के आधार पर चारों लोगों को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया और एटीएस ने उनसे विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी।
चारों व्यक्ति हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा ठीक से नहीं जानते थे। अतः तमिल भाषा के जानकार के माध्यम से इन व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपने पूरे नाम मोहम्मद नुसरथ पुत्र अम्हेमद गनी (33) निवासी 27/17, रहमानाबाद, पेरियमोल, निगंबु, श्रीलंका, मोहम्मद नफ़रान पुत्र नौफ़ेर (27) निवासी 203/17, लीयार्ड्स, ब्रॉड वे, कोलंबो-14, श्रीलंका, मोहम्मद फारिस पुत्र मोहम्मद फारूक ( 35) निवासी 415/29, जुम्मा मस्जिद रोड, मालीकावत, कोलंबो, श्रीलंका और मोहम्मद रासदीन, पुत्र अब्दुल रहीम, यू.एस. 43 रेस. 36/20, गुलफंदा स्ट्रीट, कोलंबो-13, श्रीलंका बताये हैं।
उपरोक्त चारों गिरफ्तार व्यक्तियों के कब्जे से बरामद सामान की जांच के दौरान सामने आए विवरण इस प्रकार हैं। मोहम्मद नुसरथ के पास से बरामद मोबाइल फोन से वे प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए अबू बकर बगदादी के दिखाए रास्ते पर चलने के सबूत मिले हैं। उपरोक्त लोगों द्वारा उपयोग किए गए प्रोटॉन ड्राइव में पांच तस्वीरें मिलीं। जिसमें एक जल नहर, एक बड़े पत्थर के नीचे एक बखोल में गुलाबी पार्सल में रखी कोई चीज़, ब्राउन सेलोटेप में लिपटा हुआ एक गुलाबी पार्सल, एक झंडे के घेरे में अरबी लिखावट और तीन पिस्तौल के आकार के पार्सल, तीन पिस्तौलें और तीन भरी हुई मैगजीन पाई गईं। ऊपर बताए गए नामों से इस्तेमाल किया गये प्रोटोनमेल में एक सेल्फ ई-मेल मिला, जिसमें एक जगह का जियो को-ऑर्डिनेट्स लिखा हुए था।
इस संबंध में अनुवादक के माध्यम से उपरोक्त लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ‘इस्लामिक स्टेट’ (आईएस) के सक्रिय सदस्य और अबू बकर अल बगदादी के अनुयायी हैं और उनका हैंडलर अबू पाकिस्तानी है। आईएस के हैंडलर पाकिस्तानी अबू ने उनसे कहा था कि वह हथियारों और उस स्थान की तस्वीरें जहां हथियार छिपाए गए हैं, प्रोटॉन ड्राइव और प्रोटॉन मेल पर साझा करेगा और उस स्थान पर जाकर हथियार प्राप्त कर लेना। फिर इन हथियारों का इस्तेमाल कहां और किस लक्ष्य पर किया जाएगा वह बता दिया जाएगा।
एटीएस गुजरात की टीम ने तुरंत अनुवादक के साथ उपरोक्त लोगों और पंचों के साथ जियो को-ऑर्डिनेट्स पर खोज की जिसके दौरान एक गुलाबी पार्सल से तीन पिस्तौल और एक काले रंग का झंडा मिला। तीनों पिस्तौलों पर स्टार का निशान है और यह पाया गया है कि बैक ट्रैकिंग को रोकने के लिए तीनों बरामद पिस्तौलों से जानबूझकर सीरियल नंबर मिटा दिया गया है। इन तीनों में से दो पिस्तौल में संलग्न मैगजीन में सात राउंड और एक पिस्तौल में संलग्न मैगजीन में छह राउंड हैं, कुल 20 राउंड बरामद किए गए हैं, जिनमें से सभी पर एफएटीए लिखा हुआ है। प्रथम दृष्टया ये तीन पिस्तौलें नोरिन्को टाइप 54 मॉडल की हैं और एम्यूनेशन पाकिस्तान के फेडरली एडमिनिस्टर्ड ट्रायबल एरिया (एफएटीए) में निर्मित प्रतीत होता है। तलाशी के दौरान मिला काला झंडा प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का निकला है। इसके अलावा उपरोक्त गिरफ्तार व्यक्तियों में से मोहम्मद नुसरथ के पास पाकिस्तान का वैध वीजा भी है।