नयी दिल्ली, (वार्ता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नागरिकों से देश के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह किया है।
श्री धनखड़ ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में भगवद गीता पर संविधानविद् डॉ. सुभाष कश्यप की एक पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि गीता की प्रेरणा से संविधान की मूल प्रति में 22 लघु चित्र रखे गए हैं।
उपराष्ट्रपति ने नागरिकों से भगवद गीता की शाश्वत शिक्षाओं से मार्गदर्शन लेते हुए देश के हितों को सर्वोपरि प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गीता उदात्तता, आध्यात्मिकता, धार्मिकता, कर्तव्य प्रतिबद्धता और स्वयं को खोजने का मार्ग रोशन करती है।
श्री धनखड़ ने कहा कि डॉ. कश्यप ने गठबंधन सरकार की दुर्दशा देखी है। डॉ. कश्यप की संवैधानिक नैतिकता, औचित्य, उच्च नैतिक मूल्यों की सराहना करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि उन्होंने कभी भी मुद्दों को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा, बल्कि अपने विचारों को दृढ़ विश्वास और ईमानदारी के साथ रखा।
श्री धनखड़ ने बदलते वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की ओर ध्यान आकर्षित किया, जहां भारत फ्रांस, ब्रिटेन, ब्राजील और कनाडा जैसी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ते हुए पांचवी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया है।