नयी दिल्ली, 06 मई (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) ने उपराज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ एनआईए जाँच की सिफ़ारिश पर कहा कि हर चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर घिसे-पिटे आरोप लगाना भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक षड़यंत्र है।
आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि हर चुनाव से पहले केजरीवाल पर इसी प्रकार के घिसे-पिटे आरोप लगाना भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक षड़यंत्र है। भाजपा ने 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यही आरोप लगाए थे। गृह मंत्री अमित शाह ने उस पर जांच भी कराई थी पर कुछ नहीं निकला था।
श्री भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना चुनाव के बीच सुर्खियां बटोरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यह उपराज्यपाल के संवैधानिक पद का पूरी तरह दुरुपयोग है। इसी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग वाली जनहित याचिका दो साल पहले हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला की खंडपीठ ने जगदीश शर्मा द्वारा दायर याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह पूरी तरह से तुच्छ है।
उन्होंने कहा कि श्री सक्सेना भारतीय जनता पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। भाजपा के इशारे पर उपराज्यपाल लगातार श्री केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होने वाले हैं। इससे ठीक पहले जनता के बीच श्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की छवि खराब करने के लिए बड़ी साजिश रची है।
आप नेता ने कहा कि भाजपा के इशारे पर उपराज्यपाल द्वारा श्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश करने का षड़यंत्र रचा गया है, ताकि अरविंद केजरीवाल की छवि को जनता के बीच खराब की जा सके।