भोपाल, 11 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश की पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज में फैली कुरीतियों से लड़ने के लिए आंदोलन भी चलाया था। देश में स्त्री शिक्षा की नींव रखने और छुआछूत के खिलाफ अलख जगाने में उनका उल्लेखनीय योगदान है।
श्रीमती गौर आज भोपाल में सात नंबर बस स्टॉप ज्योतिबा फुले चौराहे पर मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज को सशक्त बनाने तथा महिला शिक्षा की अलख जगाने में ज्योतिबा फुले का योगदान युगों-युगों तक याद किया जाएगा।
श्रीमती गौर ने कहा कि अंग्रेजों की हुकूमत जब इस देश में चारों तरफ देश की जनता को गुलामी की बेड़ियों में जकड़े हुए थी तब ज्योतिबा फुले ने कहा था की शिक्षा का स्तर इस प्रकार से होना चाहिए की शिक्षा का प्रकाश समाज के कोने-कोने तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम सब को इस बात का संकल्प लेना होगा कि शिक्षा हर एक व्यक्ति का मौलिक अधिकार है और हर एक व्यक्ति को शिक्षा मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्योतिबा फुले ने हमारे सामाजिक ढांचे की जड़ को हिलाकर उसमें सामाजिक चेतना का संचार करने का काम किया था।