रीवा। मऊगंज जिले के शाहपुर थाना अन्तर्गत गडऱा गांव में आज शाम घर में फांसी लगा कर जान देने वाले पिता,पुत्र और बेटी का भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया। इसके पहले उनके परिजनों की एसडीओपी को हटाने और मजिस्ट्रियल जांच की मांग को मान लिया गया।
आक्रोशित परिजनो का सीधा आरोप था कि पुलिस ने मारपीट के बाद शवो को फांसी पर लटका दिया है. पूरे गांव में पुलिसबल तैनात था तो फिर कैसे घर के अंदर फांसी लगा ली गई.
इसके बाद एसडीओपी अंकित सूल्या को हटाकर आईजी कार्यालय अटैच किया गया है. इस बीच
रीवा रेंज के आईजी गौरव राजपूत ने बताया कि गडऱा गांव में शांति व्यवस्था कायम है और कही कोई दिक्कत नही है. परिजनो का एसडीओपी को लेकर था, मुख्यालय के निर्देश पर एसडीओपी अंकिता सूल्या को आईजी कार्यालय अटैच किया गया है. अतिरिक्त पुलिस बल जो तैनात था उसे बुला लिया गया है. पूरे मामले की समीक्षा की जायेगी, जिसके बाद धारा 163 भी समाप्त की जा सकती है और पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है.
न्यायिक जांच का प्रस्ताव सरकार को भेजेगे: कलेक्टर
कलेक्टर मऊगंज संजय कुमार जैन ने बताया कि परिजनो ने न्यायिक जांच की मांग की थी. इसके लिये शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा और पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच होगी. जो लोग निर्दोष है वह गांव में आकर रह सकते है उन पर कोई कार्यवाही नही की जायेगी. पहले जैसे अपना जीवन बसर करे और न ही कोई उन्हे परेशान करेगा. सभी योजनाओं का उनको लाभ मिलेगा, किसी तरह के बहकावे में न आए और अपने घरो में रहे.