जबलपुर: शहर में खाली पड़े खण्डहर क्वाटर अपराधियों का अड्डा बन चुके हैं इन क्वाटरों में कोई आता-जाता नहीं है जिसके चलते अपराधियों की यहां दिन हो या रात मेहफिल सज रही है जहां वे बेखौफ होकर डकैती की योजनाएं बनाने से लेकर नशीले इंजेक्शन की खेप और हथियार रखने के साथ शराब की तस्करी तक कर रहे हैं।इन खण्डहर क्वाटरों में जहां अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं तो वहीं यहां आसपास रहने वाले रहवासी भी खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे है।
नशेडियों की भी सज रही महफिल
जगह-जगह खण्डहर पड़े हुए हैं जिन्हें अपराधियों तो अपना अड्डा बना लिया हैं, साथ ही यहां नशेडिय़ों की भी यहां मेहफिल सज रही हैं जहां नशेडियों के साथ शराब पीने के साथ ही गांजा-स्मैक पीने वाले भी पहुंच रहे हैं। दिन रात यहां तत्वों का डेरा रहता हैं।
जिम्मेदार बने बेपरवाह
इन खण्डहर भवनों की खबर जिम्मेदारों को भी हैं परंतु वे बेपरवाह बने रहते हैं न तो इन खण्डहर भवनों को विकसित करने की पहल हो रही है न ही इन्हें ढहाया जा रहा हैं। पुलिस को जरूर यहां आए दिन अवैध गतिविधियों की सूचनाएं मिल रही है जिस पर पुलिस की कार्यवाही भी हो रही है।
केस 1
डकैती का बन रहा था प्लान
21 फरवरी 25 को रांझी पुलिस ने व्हीकल फैक्ट्री के खण्डहर क्वाटर सेक्टर-1 में दबिश दी थी जहां बैंठकर शनि जांगडे, अमन केवट, अंकित गिराय, अंशू मलिक, गोविन्द गुरू, करन गिराय को पकड़ा था सभी यूको बैंक में डकैती डालने की योजना बना रहे थे। आरोपियों के कब्जे से पिस्टल, कारसूत, धारदार हथियार जब्त किए गये थे।
केस:2
11 लाख के मिले थे 18,000 इंजेक्शन
8 नवम्बर 24 को क्राइम ब्रांच एवं कोतवाली पुलिस ने महेश साहू निवासी लालमाटी को व्हीकल फैक्ट्री के खण्डहर हो चुके क्वाटर से दबोचा था। क्वाटर की सर्चिंग के दौरान 18000 नशीले इंजेक्शन कीमती लगभग 11 लाख रूपये के जब्त किए गए थे।
केस 3
शराब का मिला था जखीरा
एक खंडहर क्वाटर मेंं पुलिस ने दबिश दी थी जहां शराब छिपाकर रखने वाले कुलियाना मोहल्ला मढ़ई निवासी दीपचंद कोल को रांझी पुलिस ने दबोचा था जो खंडहर में शराब छिपाकर रखता था और वहीं से बेचता था। उसके पास से 355 पाव देसी शराब जब्त की गई। आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था।
केस 4
क्वाटर से बेचता था शराब
घमापुर पुलिस ने कुचबंधिया मोहल्ला का जानू कुचबंधिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। जिसने घमापुर स्थित खण्डहर में 60 लीटर कच्ची शराब रखी हुई थी। पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया था।