सतना : कारखाना मालिक के घर में सराफा कारीगर का शव फंदे पर लटकता पाए जाने से हड़कंप मच गया. मौत का कारण कारीगर के साथी द्वारा काफी मात्रा में व्यापारियों का सोना लेकर भाग जाने के तौर पर बताया जा रहा है. वहीं पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है.प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रुप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का निवासी श्यामल मंडल पिता रविकांत उम्र 45 वर्ष शहर की पुष्पराज कालोनी में किराए से रहता था.
वह शहर के रामना टोला निवासी आयुष सोनी पिता राकेश के हनुमान चौक रोड पर स्थित कारखाने में सोने-चांदी के जेवर बनाने के कारीगर के तौर पर कार्य करता था. कारखाना मालिक आयुष के अनुसार मंगलवार की रात लगभग साढ़े 11 बजे श्यामल मंडल अपने मित्र शेख निजाम के साथ उनके रामना टोला स्थित आवास पर पहुंचा था. श्यामल ने आयुष से कहा कि रात में वह उनके घर में ही सोना चाहता है. यह सुनकर आयुष द्वारा उसे घर की ऊपरी मंजिल में बले कमरे में सोने के लिए भेज दिया गया. सुबह लगभग साढ़े 5 बजे जब आयुष के पिता राकेश छत की ओर जाने के लिए तीसरी मंजिल की सीढ़ी के निकट पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.
सीढ़ी की रेलिंग पर गाउन के फंदे पर श्यामल झूलता नजर आया. यह देखकर उन्होंने जोर से शोर मचाया. जिसे सुनकर परिवार के सदस्य भागते हुए वहां पहुंचे. आनन-फानन में घटना की सुचना पुलिस को दे दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मृतक के शव को भांजे को सौंप दिया. श्यामल द्वारा रात के लगभग डेढ़ बजे आखिरी बार फोन पर बाती की गई थी. जिसे देखते हुए पुलिस ने जांच के लिए उसका फोन भी जब्त कर लिया है. पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है.
साथ के साथ 3 वर्ष पहले आया
सराफा कारोबारियों के प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का निवासी श्यामल अपने साथी शेख निजाम के साथ सतना आया था. वह शहर के हनुमान चौक रोड पर स्थित सोने-चांदी के कारखाने में बतौर कारीगर काम करता था. जिस रात श्यामल की मौत हुई उसी रात कारखाना मालिक समेत कुछ अन्य कारोबारियों को इस बात की जानकारी मिली कि शेख निजाम व्यापारियों से लाया हुआ सोना लेकर भाग गया है. जिसके चलते व्यापारियों ने रात में ही शेख की काफी खोजबीन की. लेकिन जब वह नहीं मिला तो कोतवाली में शिकायती आवेदन देने के बाद सभी अपने-अपने घर वापस लौट गए. आशंका जताई जा रही है कि निजाम शेख द्वारा व्यापारियों का काफी मात्रा में सोना लेकर भाग जाने से व्यथित होकर श्यामल ने आत्महत्या कर ली