नेपानगर के वार्ड नंबर 22 निवासी लक्ष्मी बाई धुर्वे ने बताया कि उमरदा निवासी देवेंद्र देशमुख दशहरे से दो दिन पहले उनके गांव आया था। देवेंद्र ने सभी महिलाओं से कहा कि वो बैंक में काम करता है और महिलाओं के समूह को लोन दिलवाता है। उसने मीटिंग के लिए वार्ड की महिलाओं को इक_ा करने के लिए कहा। मीटिंग में उसने कहा कि आवेदन करने वाली महिलाओं को फाइल चार्ज और बीमा करवाने के लिए 5 हजार रुपए देने होंगे। इसके बाद 8 दिन में लोन पास होकर पैसा खाते में आ जाएगा।
महिलाएं बोलीं. दस्तावेज और पांच हजार लिए , अब फोन नहीं उठा रहा:-इसके बाद आरोपी देवेंद्र ने उसने आधार कार्ड,राशन कार्ड, समग्र आईडी, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी और पासपोर्ट फोटो लिए। फोटो कॉपी पर हस्ताक्षर करवा और बहला फुसलाकर पांच.पांच हजार रूपए जमा करवा लिए।इसके 3 माह बीतने के बाद आज तक उन्हें लोन की राशि नहीं मिली। उसके पास पैसा वापस मांगने गए तो अभद्र व्यवहार किया गया। महिलाओं ने बताया कि हमने कई बार लोन की राशि खाते में डालने के लिए कॉल किया,लेकिन वह अब हमारा फोन नहीं उठा रहा। सभी आदिवासी महिलाओं के साथ पांच.पांच हजार रूपए की धोखाधड़ी की गई है। इसलिए मामले की जांच और कार्रवाई होना चाहिए।
इन महिलाओं से लिए रुपए
आरोपी ने लक्ष्मी बाई ओमप्रकाश धुर्वे,रेखा बाई दगडु,पदम बाई कृष्णा,सावित्री बाई मधुकर,मंजूबाई युवराज,कमला बाई ओम प्रकाश, सुमन बाई सरमन, दुर्गा बाई गुरू.प्रसाद, कविता बाई श्याम, मनु बाई सरलाम, चंद्रकला बाई फकीरा, गायत्री बाई सुनील,निकिता बाई मनोज, राधा बाई मुकेश, वर्षा बाई योगेश, हेमलता बाई विजय, श्यामा बाई अशोक, रमिला बाई विष्णु, संगीता बाई विशाल धुर्वे सहित अन्य महिलाएं शामिल हैं।
मामले में नेपानगर टीआई ज्ञानू जायसवाल ने बताया:-मैं कल नहीं थी, थाने पर शिकायत आई होगी। मामले की जांच कराई जाएगी,अगर ऐसा हुआ है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
देवेंद्र बोला. दो जनवरी को लौटा दूंगा पैसा:-वहीं इसे लेकर देवेंद्र देशमुख ने बताया कि महिलाएं थाने पहुंची थी, इसके बाद मुझे फोन आया। मैं उन्हें 2 तारीख को शाम तक पैसा वापस कर दूंगा।