हैदराबाद, 22 दिसंबर (वार्ता) तेलंगाना के हैदराबाद में चार दिसंबर को संध्या थिएटर में हुई दुखद भगदड़, जिसमें एक महिला की जान चली गई और एक लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया, विवादों से घिरा हुआ है।
घटना को लेकर अभिनेता अल्लू अर्जुन और पुलिस द्वारा परस्पर विरोधी दावे किए जा रहे हैं।
इस मामले में स्पष्टता प्रदान करने के लिए, हैदराबाद पुलिस आयुक्त सीवी आनंद ने एक वीडियो जारी किया जिसमें घटना और पुलिस तथा थिएटर प्रबंधन दोनों द्वारा की गई कार्रवाइयों का विवरण दिया गया है।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर रविवार शाम एसीपी और डीसीपी की मौजूदगी में आईसीसीसी बिल्डिंग, बंजारा हिल्स में आयोजित वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मामले की जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि ज्यादा जानकारी नहीं प्रदान की जा सकती क्योंकि मामला फिलहाल उच्च न्यायालय में है। पुलिस द्वारा जारी वीडियो में घटनाओं के सिलसिलेवार क्रम पर प्रकाश डाला गया, जिसमें पुलिस ने स्थिति से निपटने के लिए कैसे प्रतिक्रिया दी और दुर्भाग्यपूर्ण घटना में थिएटर प्रबंधन क्या भूमिका रही उसे रेखांकित किया गया।
एसीपी रमेश के अनुसार, उस समय अफरा-तफरी मच गई जब अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए प्रशंसकों की भारी भीड़ संध्या थिएटर में जमा हो गई। जैसे ही प्रशंसक थिएटर में घुसने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे तो भगदड़ मच गई।
एसीपी रमेश ने कहा कि दुर्घटना के बाद, उन्होंने अल्लू अर्जुन के मैनेजर संतोष को एक महिला की मौत और एक युवा लड़के की गंभीर हालत के बारे में सूचित किया। हालांकि, प्रबंधक ने कथित रूप से यह जानकारी अभिनेता को नहीं दी।
जब एसीपी ने व्यक्तिगत रूप से अल्लू अर्जुन से संपर्क करके उन्हें त्रासदी की सूचना दी, तो थिएटर प्रबंधन ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वे मामले को संभाल लेंगे, लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे।
भगदड़ मचने के बाद थिएटर छोड़ने का अनुरोध करने के बावजूद, अल्लू अर्जुन ने कथित तौर पर फिल्म देखने के लिए रुकने पर बल दिया। डीसीपी के आदेश के बाद आखिरकार पुलिस ने 10-15 मिनट बाद उन्हें बाहर निकाला।
चिक्कदापल्ली के एसएचओ जो इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे, ने त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने पीड़ितों को बचाने की कोशिशों को याद करते हुए कहा कि हमने हर संभव कोशिश की, लेकिन हमारी कोशिशों के बावजूद, हम उसकी जान नहीं बचा सके। यह एक ऐसा दर्द है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। एसएचओ ने घायल लड़के के ठीक होने की उम्मीद जताई, इसमें शामिल लोगों पर घटना के भावनात्मक असर पड़ने की बात की।
विवाद को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विधानसभा में दावा किया कि पुलिस ने उसी रात अल्लू अर्जुन को महिला की मौत के बारे में सूचित किया था। हालांकि, अल्लू अर्जुन ने इस दावे का खंडन किया और कहा कि उन्हें इस त्रासदी के बारे में अगले दिन ही पता चला।
श्री सीपी आनंद द्वारा जारी किए गए वीडियो में पुलिस के प्रयासों को दिखाया गया है, जिसमें घायल लड़के को सीपीआर देना, संकट के दौरान पुलिस की जमीनी प्रतिक्रिया पर प्रकाश डालना शामिल है।
पुलिस ने भगदड़ के लिए थिएटर प्रबंधन की लापरवाही को प्रमुख जिम्मेदार बताया है। वे जवाबदेही तय करने के लिए अपनी जांच कर रहे हैं।
इस घटना ने सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ प्रबंधन एवं सुरक्षा उपायों के बारे में व्यापक चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिससे भविष्य में ऐसी त्रासदियों को कैसे रोका जा सकता है, इस पर चर्चा छिड़ गई है।