इसका पता लगने पर जब हमने चंद्रवदनी का नाका पर स्थित कियोस्क सेंटर में पहुंचकर वहां के संचालक से पूछताछ की, तो उसने भी कोई जानकारी नहीं दी, बल्कि हमारे साथ अभद्रता करते हुए भग दिया। पुलिस द्वारा प्रवीण की शिकायत पर बृजेंद्र कडेरे व कियोस्क संचालक को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले को विवेचना में ले लिया गया है। ठगी होने के बाद से ही फरियादी लगातार थाने में शिकायत कर रहा थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। जिस पर वह अपने साथ एक क्षेत्रिय आरटीआई एक्टिविस्ट को लेकर थाने पहुंचा, जिसके बाद उसकी एफआईआर दर्ज हो सकी।
वहीं बताया गया है कि आरोपी आसपास के इलाके में स्थित तमाम घरों से अपडेट के नाम पर आधार कार्ड की डिटेल्स व फिंगर प्रिंट ले गया था, जिससे अन्य लोगों के साथ भी इस तरह की ठगी होने की आशंका है। बहरहाल पुलिस पड़ताल में बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। मोबाइल चुराया फिर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर लगाया चूना झांसी रोड क्षेत्र के ही चंद्रवदनी का नाका निवासी विजय बहादुर त्यागी के घर से उनका मोबाइल मोहल्ले में ही रहने वाला अजय बघेल बीती रात तीन बजे के लगभग चुरा ले गया। जिसके बाद वह दुकानदारों के पास पहुंचकर मजबूरी दर्शाते हुए उक्त मोबाइल से उन्हें ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर उनसे नगद रुपए लेता रहा। वह तो गनीमत रही कि विजय बहादुर ने अपने स्तर पर पता लगाकर अजय को आसपास के लोगों की मदद से पकड़ लिया। जिसकी अच्छे से क्लास लेने के बाद उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसके कब्जे से चुराया गया मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है।