नयी दिल्ली 18 दिसंबर (वार्ता) कांग्रेस सदस्यों ने गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गयी और शून्यकाल नहीं हो सका।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेजों को सभा पटल पर रखे जाने के बाद शून्यकाल शुरू करते हुए भारतीय जनता पार्टी के डॉ़ राधा मोहन अग्रवाल का अपनी बात रखने के लिए नाम पुकारा।डॉ़ अग्रवाल जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, कांग्रेस के सदस्य गृह मंत्री पर बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाते हुये नारेबाजी करने लगे।
श्री धनखड़ ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सदन चलने देने और शांत होने की अपील की लेकिन कांग्रेस सदस्यों पर उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ और वे नारेबाजी करते रहे। इसी दौरान सभापति ने केन्द्रीय कानून एवं संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू को अपनी बात कहने के लिए कहा।
श्री रिजिजू ने कहा कि कल सदन में गृह मंत्री ने साफ साफ शब्दों में जो भाव व्यक्त किये, उसमें उन्होंने यह बताया कि कांग्रेस ने जीते जी किस तरह से बाबा साहेब को अपमानित करने का काम किया। बाबा साहेब के परिनिर्वाण के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया। कांग्रेस ने 1952 में बाबा साहेब को अपमानित कर हराने का काम किया। इसके बाद उनको विदर्भ में भी हराने का काम किया। उन्होंने कहा कि इस तरह से कांग्रेस ने बाबा साहेब और देश के साथ खिलवाड़ किया लेकिन उनके नाम का दुरूपयोग किया। गृह मंत्री ने इसी का उल्लेख किया था।
उन्होंने कहा, “ मैं बौद्ध धर्म का अनुयाई हूं और बाबा साहेब के केन्द्रीय कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के 71 वर्षाें के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी बौद्ध को इस पर आसीन किया है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक के लिए बाबा साहेब का उपयोग कर रही है जबकि श्री मोदी देश विदेश में बाबा साहेब के पांच प्रमुख तीर्थस्थल बनवा रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेस सदस्य हंगामा करते रहे, जिसके कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी और शूून्यकाल नहीं हो सका।