शाजापुर: इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण तरीके से कारावास भेजने के विरोध में पूरा नगर बंद रहा और युवाओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सर्व हिंदू समाज द्वारा विराट धरना प्रदर्शन का आयोजन छत्रपति शिवाजी स्टेडियम पर किया गया । मंच पर हिन्दू समाज के प्रमुख संत और सभी समाजों के वरिष्ठ विराजित थे। स्टेडियम में हजारों की संख्या में समाजजन मौजूद थे।
धरना प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस आयोजन में हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के विरोध में हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वैश्विक जागरूकता बढ़ाना और भारत सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग करना है। मंच से सभी वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को टारगेट किया जाकर हत्या किए जाने के मामले को प्रमुखता से उठाया। इसके अलावा महिलाओं का शील भंग किए जाने और मंदिरों को क्षतिग्रस्त किए जाने पर चिंता जाहिर की। हिन्दू समाज पर हो रहे अत्याचार गंभीर चिंता का विषय बन गया है। वहां की सरकार और एजेंसियां इन घटनाओं को रोकने के बजाय मूक दर्शक बनी हुई हैं। इसके चलते हिंदू समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने की मांग की।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का विरोध
इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास ने बांग्लादेश में हिंदुओं के हित में और अत्याचारों के विरूद्ध लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाई थी। बांग्लादेश में भूखमरी के दौरान वहां के लोगों को भोजन देकर उनकी सेवा की। चिन्मय के शांतिपूर्ण प्रयासों को दबाने के लिए बांग्लादेश सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया। हिंदू समाज इस कदम को अन्यायपूर्ण मानते हुए उनकी तुरंत रिहाई की मांग करता है।