नयी दिल्ली, 02 दिसंबर (वार्ता) कोयला मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आकंड़ों के अनुसार कैप्टिव (निजी उपभोग की) और वाणिज्यिक खदानों से नवंबर 2024 में कुल कोयला उत्पादन 167.43 लाख टन रहा जो सालाना आधार पर करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर 2024 के दौरान कैप्टिव और वाणिज्यिक उत्पादन 1126.5 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 836 लाख टन से 34.7 प्रतिशत ऊंचा है। मंत्रालय ने कहा है, “कैप्टिव और वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन और प्रेषण के नवीनतम आंकड़ों की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।”
नवंबर, 2024 में निजी उपभोग और वाणिज्यिक उपयोग की खदानों का सम्मिलित दैनिक औसत उत्पादन 5.58 लाख टन था, जो नवंबर 2023 में दैनिक औसत 3.96 लाख टन की तुलना में 40.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इन दोनों श्रेणियों की खानों द्वारा कोयले के प्रेषण में भी इस दौरान उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गयी। अप्रैल- नवंबर, 2024 के बीच कैप्टिव और कमर्शियल खदानों से कुल प्रेषण 1196.2 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 893.2 लाख टन से 33.9 प्रतिशत अधिक है।
नवंबर 2024 में, इन खदानों से कुल कोयला प्रेषण 161.09 लाख टन था, जिसमें दैनिक औसत प्रेषण 5.37 लाख टन था, जो नवंबर 2023 में दैनिक औसत 4.21 लाख टन की तुलना में 27.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
मंत्रालय का कहना है कि सरकार घरेलू ऊर्जा क्षमताओं को प्राथमिकता देकर और आयात निर्भरता को कम करके, सरकार पारदर्शी और अभिनव शासन के माध्यम से भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता, बुनियादी ढांचे के विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को रणनीतिक रूप से आगे बढ़ा रही है। कोयला उत्पादन में वृद्धि सरकार की रणनीति के अनुरूप है।