सिंचाई के लिये नहरो में नही छोड़ा गया पानी, टकटकी लगाए बैठा किसान

नहरो की नही हुई समय पर सफाई, पलेवा के लिये पीछे हो रहे किसान, पुरवा और क्योटी कैनाल से पहुंचता है पानी

नवभारत न्यूज

रीवा, 18 नवम्बर, धान की कटाई के बाद किसान अब युद्ध स्तर पर रवी की बोनी शुरू कर दिये है. लेकिन सिंचाई के लिये किसानो को नहर से पानी नही मिल रहा है. उम्मीद थी कि 15 नवम्बर तक नहरो में पानी छोड़ दिया जायेगा पर ऐसा नही हुआ. किसान टकटकी लगाए हुए बैठे है कि कब नहर में पानी सिंचाई के लिये पहुंचेगा. सबसे बड़ी लापरवाही यहा जलसंसाधन विभाग की है, अभी तक नहरो की सफाई के साथ मरम्मत का कार्य पूरा नही कराया गया.

जिसके कारण बाणसागर डैम से पानी नही छोड़ा गया. अब कहा जा रहा है कि तीन दिन के अंदर पानी नहरो में छोड़ दिया जायेगा. गौरतलब है कि नहरो का जाल जिले में बिछने से सिंचाई का रकवा बढ़ा है, साथ ही गेंहू का उत्पादन भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. लेकिन समय पर जब किसानो को पानी नही मिलेगा तो कैसे बोनी होगी. एक तरफ खाद और बीज का रोना बना है तो दूसरी तरफ नहर का पानी भी नही मिल रहा है. सहकारी समितियों में खाद नही है, किसान व्यापारियों के यहा से खाद उठा रहे है. धान की कटाई पूरी हो चुकी है और पलेवा का कार्य चल रहा है. नहर में पानी न होने के कारण खेत की जुताई के बाद किसान सिंचाई के लिये बैठे हुए है. 18 नवम्बर बीत चुका है और अब बोनी के लिये 15 दिन शेष बचे है. 15 दिसम्बर के बाद गेंहू की बोनी किसान नही करते है. हालाकि कुछ किसान जो लेट हो जाते है वह बोनी करते है पर उता अच्छा उत्पादन नही मिलता है. अगर समय पर पानी नहरो में नही छोड़ा गया तो बोनी का कार्य पीछे चला जायेगा. जल संसाधन विभाग द्वारा समय पर नहरो का मरम्मत कार्य और सफाई नही कराई गई, जिसके कारण नहरो में पानी नही छोड़ा जा सका. 15 नवम्बर तक हर हाल में पानी किसानो को मिल जाता था पर इस बार समय पर पानी नही मिला. उम्मीद है कि तीन-चार दिन के अंदर नहरो में पानी छोड़ दिया जायेगा. पुर्वा और क्योटी नहर के माध्यम से किसानो के खेतो तक पानी पहुंचता है. माइनर नहरो का भी मरम्मत अभी तक जिले भर में नही हुआ है. क्योटी नहर के कार्यपालन यंत्री मनोज तिवारी ने बताया कि सफाई लगभग पूरी हो चुकी है एक दो दिन के अंदर नहरो में पानी सिंचाई के लिये छोड़ दिया जायेगा.

कमिश्नर ने कहा जल्द पानी सिंचाई के लिये दें

सिंचाई के लिये नहरो में अभी तक पानी नही छोड़ा गया है. सोमवार को रीवा कमिश्नर बीएस जामोद ने जल संसाधन विभाग के भू-अर्जन के प्रस्तावो की समीक्षा की. जहा पर उन्होने कहा कि नहरो का आवश्यक सुधार करके किसानो को समय पर सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध कराए. नहरो की सफाई कराकर तत्काल पानी छोड़ा जाय ताकि किसान खेत में पलेवा लगा सके. कमिश्नर ने बताया कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द नहर में पानी छोड़ा जाय ताकि समय पर किसान सिंचाई के साथ बोनी कर सके.

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