गांव हमारी संस्कृति, परम्परा के संवाहक
कलेक्टर ने कहा कि गांव हमारी संस्कृति, परम्पराओं, रीति रिवाजो के संवाहक है। सभी समाजों का दायित्व है कि प्रेम और भाईचारा बना रहें, जैसा कि ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में कभी सामाजिक विवाद नही हुआ, इस परम्परा को बनाये रखे तथा समाज के बुजुर्ग अपने-अपने समाज के युवाओं पर नियंत्रण रखें। किसी को कोई परेशानी हो तत्काल एसडीओपी और तहसीलदार को बताये।कानून सर्वोपरी है, समस्या होने पर पुलिस को सूचित करें, तत्काल उचित कार्यवाही की जायेगी। कानून एवं सुरक्षा की स्थिति बनी रहें, इसके लिए सभी समाज के बुजुर्ग आगे आये और अपना दायित्व निभायें।
सदभाव समन्वय समिति का गठन
कलेक्टर-एसपी की मौजूदगी में ग्रामीणों द्वारा सुझाये गये नामों को शामिल करते हुए सदभाव समन्वय समिति का गठन किया गया, इस समिति में धारा सिंह जाटव, सियाराम जाटव, रोशन जाटव, बिडंल जाटव, रामनिवास पंडित, कंमोदी रावत पटेल, मुंशी मेहते, रामजी पटेल, अमर सिंह मेहते को शामिल किया गया। समिति को जिम्मेदारी दी गई कि किसी भी पक्ष की ओर से कोई विवाद सामने आने पर समिति में शामिल लोग मिल बैठकर बात करेंगे तथा ग्राम स्तर पर उसका निराकरण करेंगे। इसके अलावा एसडीओपी एवं तहसीलदार को अवगत करायेगे। समिति को गांव में शांति व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी सौपी गई है।