प्रदेश के पांचवे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में चार हजारसे अधिक निवेश के प्रस्ताव मिले
नवभारत न्यूज
रीवा, 23 अक्टूबर, दिन भर चली भारी गहमा गहमी के बीच यहा आयोजित प्रदेश के पांचवें रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में निवेश के 31 हजार करोड़ से अधिक के प्रस्ताव को सहमति के बाद अंतिम रूप दिया गया. यह जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री डा0 मोहन यादव ने दी. उन्होने बताया कि इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में चार हजार से अधिक निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए है.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में वन-टू-वन चर्चा के बाद शाम को मुख्यमंत्री डा0 यादव ने पत्रकारो से चर्चा कर निवेश की विस्तृत जानकारी साझा की. चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल, सांसद जनार्दन मिश्रा और जिलाध्यक्ष अजय सिंह उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री ने बताया कि विंध्य में विकास के लिये अच्छा वातावरण बना है. जिसमें निवेशको ने अपनी ओर से चार हजार से अधिक निवेश के आवेदन कॉन्क्लेव में प्रस्तुत किये थे. दस राज्यो में संचालित विभिन्न कम्पनियों से मिले इन प्रस्तावो के अलावा तीन सौ प्रस्ताव बेची-खरीदी के थे तथा 150 से अधिक से अधिक अतिविशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में आयोजित हुए इस कॉन्क्लेव में विंध्य के विकास की प्रवल संभावना सामने आई है. डा0 यादव ने बताया कि जिन प्रस्तावो में सहमति बनी है उनमें पर्यटन, उद्योग और कृषि क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव मुख्यतय: शामिल है. उन्होने बताया कि इन प्रस्तावो के नियोजित हो जाने पर विंध्य के 14 हजार से अधिक नए रोजगार पैदा होगे. आशय पत्रो के विवरण के आधार पर 85 औद्योगिक इकाईयो की स्थापना में 146 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी. जिनमें 918 करोड़ रूपये व्यय किये जायेगे. जिसमें 3 हजार 350 लोगो को रोजगार मिलेगा. बड़े निवेशको का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री श्री यादव ने बताया कि पतांजलि पीठ के आचार्य बालकृष्ण की ओर से एक हजार करोड़, डालमिया की ओर से 3 हजार करोड़, रामा प्लाई 500 करोड़, 14 सौ करोड़ केजेएस और 12 हजार 800 करोड़ सिद्धार्थ इन्फोटेक से प्राप्त हुआ है. मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके अलावा कई अन्य प्रस्ताव भी प्राप्त हुए है जिनमें अल्ट्राटेक, माँ शारदा मिनलर्स आदि प्रमुख है.
कंटेनर की स्थापना के लिये सिंगरौली-कटनी का चयन
मुख्यमंत्री डा0 यादव ने बताया कि पिछले दिनो स्थानीय लोगो ने कंटेनर स्थापित किये जाने की मांग रीवा में उठाई थी. जिसके बाद विभागीय तौर पर अध्ययन कर सिंगरौली और कटनी में कंटेनर आईसीडी की ओर से स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा विंध्य के कई जिलो में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये जाने का भी निर्णय लिया गया है. जिनमें नवगठित जिले मऊगंज और मैहर भी शामिल है.
आईटी पार्क की स्थापना रीवा में
बढ़ रहे सूचना प्रोद्योगिकी के काम को ध्यान में रखते हुए रीवा में आईटी पार्क की स्थापना किये जाने का निर्णय लिया गया है. यह जानकारी मुख्यमंत्री डा0 यादव ने दी. उन्होने बताया कि इस पार्क के विकसित हो जाने पर रीवा में पहली बहुमंजिला भवन की संस्कृति के साथ-साथ आईटी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार की संभावना पैदा होगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि नवकरर्णीय ऊर्जा के विस्तार के तहत विंध्य में एक ऐसा सोलर प्लांट स्थापित किया जायेगा जिससे पैदा होने वाली बिजली को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनो को मिलेगी.