अंकारा, 18 अक्टूबर (वार्ता) तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने कहा है कि तुर्की ब्रिक्स में विस्तार नीति और प्रक्रियाओं के विकास पर बारीकी से नजर रख रहा है।
रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी श्री उशाकोव ने पहले संवाददाताओं से कहा कि संघ में सदस्यता सहित किसी न किसी रूप में ब्रिक्स के साथ सहयोग करने के इच्छुक देशों की संख्या 34 तक पहुंच गई है, और कज़ान में संघ का शिखर सम्मेलन अब तक रूस में आयोजित सबसे बड़ा विदेश नीति कार्यक्रम होगा।
श्री उशाकोव ने यह भी पुष्टि की है कि तुर्की ने ब्रिक्स में पूर्ण पैमाने पर भागीदारी के लिए आवेदन किया है और आवेदन विचाराधीन है। रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने पहले कहा था कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
श्री फ़िदान ने तुर्की टीवी चैनल हेबरग्लोबल के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “हमने ब्रिक्स में रुचि व्यक्त की है, आप इरादे की घोषणा करें। इस घोषणा के बाद, यदि आप मौजूदा ब्रिक्स तंत्र को देखें, तो वे आपको भागीदार देश या सदस्य देश बनने के लिए आमंत्रित करते हैं, हम देखते हैं कि ब्रिक्स में शामिल होने के लिए देशों की बहुत रुचि है, हम इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, हमारे उनके साथ संपर्क हैं, हम यह भी देख रहे हैं कि अगली विकास रणनीति क्या होगी… ऐसी स्थितियों में जब आर्थिक साझेदारी का विस्तार हो रहा है, ब्रिक्स में देशों की रुचि बढ़ रही है।’
राष्ट्राध्यक्षों की भागीदारी वाला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अक्टूबर को रूसी शहर कज़ान में आयोजित किया जाएगा।
रूस ने एक जनवरी 2024 को ब्रिक्स की अध्यक्षता ग्रहण की। वर्ष की शुरुआत संघ में नए सदस्यों के शामिल होने के साथ हुई – रूस, ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अलावा, अब इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब भी शामिल हैं ।
गौरतलब है कि रूस की ब्रिक्स अध्यक्षता निष्पक्ष वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करने पर केंद्रित है। अपनी अध्यक्षता के हिस्से के रूप में, रूस 200 से अधिक राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।