2008 से मायके वालों को नहीं दिया गया था मिलने
भोपाल, 5 अक्टूबर. महिला थाना पुलिस ने पिछले 16 से ससुराल में कैद एक महिला को शनिवार को रेस्क्यू किया गया. महिला का हालत काफी गंभीर होने के कारण उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ससुराल वालों ने पिछले 2008 से महिला को उसके मायके वालों से मिलने नहीं दिया गया था. उन्होंने ऐसा क्यों किया, इसका खुलासा घरवालों के बयान के बाद ही हो पाएगा. महिला थाना प्रभारी शिल्पा कौरव ने बताया कि इस मामले की शिकायत नरसिंहपुर में रहने वाले किशनलाल साहू (75) ने की थी. वह अपने दो बेटों और एक बेटी के साथ थाने पहुंचे. किशनलाल ने शिकायत में बताया कि उनकी बेटी रानू साहू का विवाह वर्ष 2006 में किया गया था. करीब दो साल बाद वर्ष 2008 से ससुराल वालों ने बेटी से मिलने नहीं दिया है. मोहल्ले वालों से उन्हें बेटी और उसके दोनों बच्चों की कुशलता की जानकारी मिलती रहती थी. पिछले दिन उन्हें पता चला कि बेटी की हालत काफी गंभीर है और उसके बच्चों को कहीं बाहर भेज दिया गया है. उन्होंने अपनी बेटी का रेस्क्यू करने की गुहार लगाई थी. शिकायत के बाद टीआई ने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और जहांगीराबाद पुलिस को सूचना देते हुए मदद मांगी. तीसरी मंजिल पर मिली महिला टीआई कौरव पुलिस टीम के साथ बताए गए पते पहुंची तो ससुराल वाले मिले. रानू के बारे में पूछने पर बताया कि वह तीसरी मंजिल पर है. पुलिस टीम तीसरी मंजिल स्थित कमरे में पहुंची तो प्लास्टिक वाली निवाड़ की चारपाई पर एक महिला लेटी हुई मिली. उसके पास ही एक थाली रखी हुई थी, जिसके में एक रोटी और आलू के टुकड़े थे. महिला बोलने और बातचीत करने की स्थिति में नहीं थी. पुलिस ने उसे रेस्क्यू किया और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. महिला को पति को भी उसके साथ अस्पताल भेजा गया है. जांच के बाद होगी कार्रवाई टीआई ने बताया कि बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा की गई शिकायत की जांच की जाएगी. महिला के स्वस्थ होने पर ही पता चल पाएगा कि घरवालों ने उसे कैद करके क्यों रखा था. यह भी पता लगाया जाएगा कि ससुराल वाले उसे मायके वालों से मिलने क्यों नहीं देते थे. कई बार किसी बीमारी के चलते परिवार वाले ऐसा करते हैं, लेकिन इस मामले में किन कारणों से ऐसा किया जा रहा है, इसका खुलासा जांच के बाद ही हो पाएगा.