श्रीनगर, 05 अक्टूबर (वार्ता) लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव ने शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से सेना की श्रीनगर स्थित रणनीतिक चिनार कोर की कमान संभाली। यह जानकारी श्रीनगर स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी।
लेफ्टिनेंट जनरल घई पिछले 16 महीनों से चिनार कोर – जिसे 15 कोर भी कहा जाता है – का कमान संभाल रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि कमान संभालने के बाद, लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने राष्ट्र के बहादुरों के बलिदान का सम्मान करते हुए, श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में चिनार युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एक संघर्षशील सैनिक के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने अपने 34 वर्षों के शानदार सैन्य करियर के दौरान कई प्रतिष्ठित कमांड और स्टाफ नियुक्तियों पर काम किया है।
जनरल ऑफिसर के पास उग्रवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव प्राप्त है और उन्होंने जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर दोनों क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी है। वह दक्षिण कश्मीर में काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स (विक्टर) की कमान संभाल चुके हैं।
कमान संभालने के बाद, लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने कश्मीर के लोगों बहुत गर्मजोशी से बधाई दी। उन्होंने शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य का निर्माण करने के लिए नागरिक प्रशासन एवं समुदाय के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने आम लोगों से आतंकवाद से उत्पन्न चुनौतियों पर काबू पाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।
सैन्य प्रवक्ता ने कहा,“जैसे-जैसे नेतृत्व का कार्यभार आगे बढ़ रहा है, चिनार कोर एकता, लचीलेपन और आशा का प्रतीक बनता जा रहा है, यह क्षेत्र को सुरक्षित करने, अपनी सांस्कृतिक विरासत एवं भविष्य की आकांक्षाओं को पोषित करने के साथ-साथ शांति स्थापित करने के लिए समर्पित है।”
लेफ्टिनेंट जनरल घई के कार्यकाल में कश्मीर में एक मजबूत सुरक्षा संचरना तैयार हुआ जिससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने में मदद मिली।
प्रवक्ता ने कहा, “कोर ने दो घटना मुक्त अमरनाथ यात्राएं, मई 2024 में संसदीय चुनाव और 10 वर्षों बाद सितंबर-अक्टूबर 2024 में विधानसभा चुनाव का आयोजन देखा है। कोर ने नियंत्रण रेखा पर कई घुसपैठ विरोधी अभियानों और घाटी में आतंकवादी विरोधी अभियानों में सफलताएं प्राप्त की है, जिससे आतंकवादी नेटवर्क को एक महत्वपूर्ण और करारा झटका लगा है। आज यह क्षेत्र एक नई सुबह के द्वार पर खड़ा है।”
लेफ्टिनेंट जनरल घई अब सैन्य मुख्यालय चले गए हैं जहां वह सैन्य संचालन महानिदेशक का पदभार संभालेंगे।