प्रतिमाओं की स्थापना को लेकर विवाद
जबलपुर: दुर्गा उत्सव पर्व को लेकर शहर में प्रतिमाओं की स्थापना शुरू हो गई है। इस बीच रानीताल क्षेत्र में प्रतिमा की स्थापना को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि भक्तों ने हंगामा करते हुए चक्काजाम करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक अमला पहुंचा और स्थिति को संभाला। इसके अलावा रांझी में भी प्रतिमा की स्थापना को लेकर हंगामा हुआ।जानकारी के मुताबिक गौमुखी दुर्गा मंदिर के सामने, गांधी व्यायाम शाला, रांझी जबलपुर में मां दुर्गा प्रतिमा की स्थाना को लेकर विवाद हुआ। रहवासियों का आरोप रहा कि मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया। जिसके चलते आने-जाने का मार्ग अवरूद्ध होने के साथ अंदर रहने वाले निवासियों के वाहन एवं यातायात बाधित होगा जबकि लगभग 2000 लोगों को रोज उसी मार्ग से अपने कर्मस्थल पर आना-जाना पड़ता है। यदि इसी दौरान गांधी व्यायाम शाला, में किसी के घर में कोई हादसा या घटना हो जाये तो एम्बुलेंस, अग्निशमन वाहन, पहुंचना तक मुश्किल होगा। मामले को लेकर स्थानीय नागरिकों ने पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार से शिकायत की है।
90 वर्षों से प्रतिमा हो रही विराजमान
बताया जाता है कि रानीताल चौक में 90 साल से नवज्योति दुर्गा उत्तव समिति के द्वारा दुर्गा जी प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। जिसको रखने को लेकर इस बार फ्लाईओवर के कारण लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के द्वारा माना कर दिया गया था इस कारण समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा रानीताल चौक पर धरना में बैठ गए थे।
विधायक-अध्यक्ष पहुंचे, निकला रास्ता
चक्काजाम की जानकारी लगते उत्तर मध्य विधानसभा विधायक अभिलाष पांडे, भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू पहुंच गए और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की और बीच का कोई रास्ता निकालने को कहा, समिति के सदस्यों को समझाईश देकर बताया कि जबलपुर के विकास को लेकर फ्लाईओवर के काम में किसी भी प्रकार का अवरोध ना आए इस बात का ध्यान रखे।
रानीताल मेें लगा लंबा जाम
रानीताल में प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित नवज्योति दुर्गा उसत्व समिति के भक्तजनों ने धरना प्रदर्शन शुरू दिया। उनका आरोप रहा कि रानीताल में प्रतिमा स्थापना की पुरानी परम्परा है लेकिन इस बार यहां प्रतिमा स्थापना करने मना किया जा रहा है जिसके विरोध में वह धरने पर बैठ गए। उनका कहना रहा कि जब प्रतिमा स्थापना की अनुमति नहीं मिल जाती है तब तक वह धरने पर बैठें रहेंगे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मोर्चा संभाला जिसके बाद प्रतिमा की स्थापना हुई। इस प्रदर्शन से रानीताल में लंबा जाम लगा रहा।