रामगढ़ (सांबा) 01 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण में मंगलवार को सात जिलों के 40 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव हो रहा है और चुनाव के पक्ष में कई मतदाताओं ने उत्सपूर्ण और मर्मस्पर्शी बयान दिये हैं।
अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कतार में खड़े 73 वर्षीय हुकम चंद ने कहा, “मैं करीब एक दशक बाद अपना वोट डालने के लिए बहुत उत्साहित था और इसके लिए सुबह 07:05 बजे ही मतदान केंद्र पर पहुंचा तथा मुझे सीमा पर गोलीबारी का बिल्कुल भी डर नहीं रहा।”
उन्होंने कहा, “शुरुआती घंटों में सीमावर्ती गांवों में मतदाताओं की भारी भीड़ रही , जो दिन चढ़ने के साथ बढ़ती गयी। यह चुनाव शांति और विकास के लिए है। सीमा पर रहने वाले लोग अब गोलीबारी के डर में नहीं जी रहे हैं और इन इलाकों में भारी मतदान ने साबित कर दिया है कि लोग स्थापित शांति एवं विकास से खुश हैं।”
पहली बार मतदान करने पहुंचे 18 वर्षीय अंकुश शर्मा ने कहा, “मैं पहली बार मतदान करूंगा और मेरा वोट मेरा भविष्य तय करेगा। जम्मू-कश्मीर को एक स्थिर सरकार की जरूरत है, जो पूरे क्षेत्र में प्रगति और सद्भाव की दृष्टि रखे तथा अपने युवाओं को समृद्ध होने का अवसर दे।”
मतदान के लिए कतार में खड़ी 51 वर्षीय गृहिणी शन्नो देवी ने कहा, “हम जीरो-लाइन के करीब स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं और बाड़ के पास स्थित अपने खेतों में खेती कर सकते हैं, क्योंकि अब सीमा पार से गोलाबारी नहीं होती। सामान्य स्थिति है और इससे प्रगति होती है। सीमावर्ती लोगों ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि वे शांति, विकास और निवासियों के कल्याण के लिए मतदान करने के लिए बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचे हैं।”
एक अधिकारी ने कहा कि पहली बार प्रशासन ने सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास अंतिम गांव जेरदा में सीमा मतदान केंद्र स्थापित किया है। पिछले छह दशकों में पहली बार जेरदा गांव के लोगों ने एक विशेष सीमा मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला, क्योंकि पहले उन्हें वोट देने के लिए पांच से छह किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी, जिससे मतदान प्रतिशत भी प्रभावित होता था।
उन्होंने कहा कि इस मतदान केंद्र की खासियत यह है कि अगर पड़ोसी पाकिस्तान शांतिपूर्ण मतदान को बाधित करने के लिए कोई शरारत (गोलीबारी) करने की कोशिश करता है, तो सुरक्षा के लिए और मतदाताओं को तत्काल आश्रय प्रदान करने के लिए पास में एक बंकर स्थापित किया जाता है। इस मतदान केंद्र पर एयर कंडीशनिंग की सुविधा भी स्थापित की गयी है। उन्होंने बताया कि सांबा जिले में 366 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं, जिनमें से 34 सीमा के करीब हैं, जबकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आकस्मिक योजना भी बनायी गयी है।
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र सांबा जिले में एक अधिसूचित क्षेत्र है और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। यहां भाजपा के डॉ. देविंदर कुमार मन्याल और कांग्रेस के यश पॉल कुंडल के बीच सीधी भिडंत है।