खंडवा से पहली बार महिला को मैदान में उतारेगी कांग्रेस

यादव गुट समर्थक सुनीता सकरगाये लगभग फाइनल

नवभारत न्यूज
खंडवा। भाजपा ने खंडवा लोकसभा क्षेत्र में एक महीने पहले ही मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है। लंबे समय के बावजूद कांग्रेस का मंथन अरुण यादव के आसपास घूम रहा है। वे कभी सिंधिया के सामने लडऩे का वादा करते हैं, तो कभी खंडवा में जमीन तलाशते दिखते हैं। अब बताते हैं कि खंडवा लोकसभा सीट से भी वे चुनाव नहीं लडऩा चाहते। उनके खास समर्थक सुनील सकरगाए की पत्नी सुनीता सकरगाये को टिकट मिल सकता है।

इस परिवार का बैकग्राउंड गांधीवादी रहा है।कालीचरण सकरगाए इस क्षेत्र से दो बार विधायक और सांसद भी रहे हैं। खंडवा से कुशाभाऊ ठाकरे जैसे नेताओं को फाइट कर चुके हैं। सुनीता इसी घराने की बहू हैं।
कांग्रेस को निमाड़
में ही पसीने क्यों?

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि निमाड़ की खंडवा लोकसभा सीट चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां अब तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीयमंत्री अरुण यादव को चुनावी रण में उतारा जाना था। अब कांग्रेस खेमे से खबर आ रही है कि यहां से किसी महिला प्रत्याशी को टिकट दिया जा सकता है। खंडवा सीट से अरुण यादव के इंकार के बाद सुनीता सकरगाए के नाम का फैसला होना है।

करीबी है सरकरगाए परिवार

इस सीट पर अब अरुण यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले और खंडवा के पूर्व सांसद कालीचरण सकरगाये की बहू सुनीता सकरगाये को खंडवा लोकसभा से प्रत्याशी बनाने की बात सामने आ रही है। अरुण यादव ने गुना लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की मंशा जरूर जाहिर की थी। हालांकि, उन्हें गुना से टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने खंडवा सीट के लिए अपने करीबी सकरगाये परिवार का नाम आगे बढ़ाया था। राजनीतिक गलियारों की चर्चा के मुताबिक, अब कांग्रेस पार्टी सुनीता सकरगाये के नाम पर मुहर लगा सकती है।
तो पहली बार
महिला को टिकट
इस बार यदि उन्हें टिकट मिलता है तो संभवत: यह पहली बार होगा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से खंडवा लोकसभा सीट के लिए किसी महिला प्रत्याशी को चुनावी रण में उतारा जाएगा।

मेयर चुनाव में हारी थीं शकरगाएं

बता दें कि कांग्रेस पार्टी की संभावित प्रत्याशी सुनीता सकरगाये खंडवा निगम चुनाव में महापौर पद के लिए भी अपनी किस्मत आजमा चुकी हैं। हालांकि, उस चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा था और उस समय सुनीता सकरगाये का चुनावी मुकाबला तत्कालीन मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता विजय शाह की पत्नी भावना शाह से हुआ था।

भाजपा ने पुराने पर किया विश्वास

खंडवा लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस इस सीट से पूर्व सांसद अरुण यादव को उतारने के पक्ष में थी, लेकिन उनके इंकार के बाद पार्टी नए सिरे से कवायद में जुट गई है। खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से यहां से पूर्व सांसद की बहू को टिकट दिए जाने की कवायद की जा रही है। कांग्रेस से पूर्व सांसद रहे कालीचरण सकरगाये की बहू सुनीता सकरगाये का नाम से खंडवा से सम्भावित प्रत्याशियों की सूची में सबसे आगे है।

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