नयी दिल्ली (वार्ता) इंडिया एआई इंडीपेंडेंट बिजनेस डिवीजन (आईबीडी) ने इंडिया एआई इनोवेशन चैलेंज की घोषणा की है।
आज यहां जारी आधिकारिक बयान में अनुसार यह चुनौती इंडिया एआई मिशन के भीतर अनुप्रयोगों के विकास की पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई अनुप्रयोगों के विकास, अनुपालन और अपनाने को आगे बढ़ाना है। इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को सक्षम करने के लिए प्रभावशाली एआई समाधानों के स्केलिंग और अपनाने को बढ़ावा देना है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2024 है।
इनोवेशन चैलेंज भारतीय नवोन्मेषकों, स्टार्टअप, गैर-लाभकारी संगठनों, छात्रों, शैक्षणिक/आर एंड डी संगठनों और कंपनियों के लिए खुला है। विजेताओं को पुरस्कार के रूप में एक करोड़ रुपये तक और राष्ट्रीय स्तर पर अपने समाधानों को लागू करने का अवसर मिलेगा।
इनोवेशन चैलेंज के लिए स्वास्थ्य सेवा, बेहतर प्रशासन, कृषि, सीखने की अक्षमताओं के लिए सहायक तकनीक और जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
इंडिया एआई, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी) के तहत एक आईबीडी, इंडिया एआई मिशन की कार्यान्वयन एजेंसी है, जिसका उद्देश्य समाज के सभी तबकों में एआई के लाभों को समान रूप से पहुंचाना, एआई में भारत के वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करना, तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और एआई के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करना है।