ग्वालियर: चिकित्सा शिक्षा मंत्री से मिले आश्वासन के बाद चिकित्सा महाविद्यालय में पदस्थ चिकित्सक भले ही कल काम पर लौट आए हैं लेकिन ओपीडी पहुंचने वाले मरीजों को इलाज आज सुबह से मिलना शुरु हुआ। सुबह से ही माधव डिस्पेंसरी में संचालित होने वाली ओपीडी में सभी डॉक्टरों के चेंबरों के बाहर मरीजों की कतार लगी नजर आई। ओपीडी से लेकर वार्डों में भर्ती होकर इलाज करा रहे मरीजों को सीनियर चिकित्सक जयारोग्य देखने पहुंचे, साथ ही जांच से लेकर दवा वितरण केन्द्र पर भी मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी दिखाई दी।
सरकार द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति संबंधी आदेश को लेकर बीते रोज भोपाल में चिकित्सा शिक्षकों को दिए गए आश्वासन के बाद बुधवार की सुबह जेएएच की ओपीडी से लेकर वार्ड ही नहीं बल्कि जांच सेंटर, पैथोलॉजी कलेक्शन काउंटरों से लेकर दवा वितरण केंद्रों की रौनक वापस लौट आई। सुबह से ही बीमारी का इलाज कराने मरीज व उनके परिजन संबंधित चिकित्सकों के चेंबरों के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए।
बीते तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती मरीजों के छोटे-बड़े ऑपरेशन डॉक्टरों के हड़ताल के कारण टल गए थे। वहीं डॉक्टरों के काम पर लौटने के बाद बुधवार को अस्पताल में सर्जरी से लेकर ट्रॉमा व अन्य वार्डों में भर्ती लगभग तीन दर्जन से अधिक छोटेबड़े ऑपरेशन मरीजों के डॉक्टरों द्वारा रोस्टर के हिसाब से किए जाने से मरीजों व उनके परिजनों ने राहत की सांस ली।