नयी दिल्ली 04 सितम्बर (वार्ता) ड्रोन तकनीकी में अग्रणी इनोवेटर कंपनी पैसेंजर ड्रोन रिसर्च प्रा.लि (पीडीआरएल) ने एक उन्नत एसएएएस (साफ्टवेयर एज ए सर्विस) प्लेटफ़ॉर्म भूमीट पेश करने की बुधवार को घोषणा की जिससे किसानों को फसलों पर उर्वरक एवं रसायनों के छिड़काव तथा सर्वेक्षण जैसी ड्रोन सेवायें हासिल करने के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव और सुविधा होने का दावा किया गया है।
क्लाउड आधारित साफ्टवेयर एस सर्विस (एसएएएस) में साफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले को केवल उसके इस्तेमाल के हिसाब से शुल्क देना होता है। कंपनी का कहना है कि यह प्लेटफ़ॉर्म ड्रोन छिड़काव संचालन को और भी आसान बनायेगा, जिससे पहले हफ़्तों में पूरे होने वाले कार्य अब सिर्फ़ कुछ घंटों में पूरे हो जायेंगे।
पी.डी.आर.एल के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल चंडालिया ने यहां इस साफ्वेयर मंच की घोषणा करते हुए कहा, “ भूमीट एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो ड्रोन सेवायें प्राप्त करने में किसानों की सुविधा और उसके तरीके को बिल्कुल बदल देगा। इससे किसानों और विश्वसनीय ड्रोन सेवा प्रदाता एक-दूसरे के निकट आयेंगे। इससे किसान ड्रोन की पूरी क्षमता का दोहन कर सकें। ”
उन्होंने भारत में खेती के विशाल रकबे और किसानों की संख्या का उल्लेक करते हुये कहा कि देश में ड्रोन तकनीक के एकीकरण के लिये बहुत संभावनायें हैं। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के अनुसार भारत में कृषि भूमि 17 लाख 80 हजार वर्ग किलोमीटर है तथा एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार नौ करोड़ से 15 करोड़ किसान सक्रिय रूप से खेती-बाड़ी में लगे हुये हैं, जिनमें ज्यादातर छोटी जोत वाले किसान हैं।
श्री चंडालिया ने कहा कि ड्रोन फसल निगरानी एवं स्वास्थ्य मूल्यांकन, सटीक कृषि, क्षेत्र मानचित्रण एवं सर्वेक्षण, फसल स्काउटिंग एवं निगरानी, रोपण एवं बीजारोपण, सिंचाई प्रबंधन, पशुधन निगरानी और कटाई के बाद के मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
पी.डी.आर.एल ने मार्च 2023 में एयरोजीसीएस ग्रीन लॉन्च किया, जो भारत में बना एक गौरवशाली सॉफ़्टवेयर उत्पाद है। कंपनी का दावा है कि आज, देश में लगभग 70 प्रतिशत टाइप-सर्टिफाइड कृषि ड्रोन अपने ड्रोन संचालन के लिये एयरोजीसीएस ग्रीन पर निर्भर हैं।