नीमच। प्रदेश की सबसे बड़ी औषधि और मसाला उपज मंडी, नीमच कृषि उपज मंडी में इन दोनों लहसुन की फिर से बंपर आवक हो रही है। लहसुन की आवक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कृषि उपज मंडी के बाहर गेट पर दोनों और करीब एक किलोमीटर लंबी वाहनों की कतार लगी हुई है। एक तरफ मंडी गेट से सीआरपीएफ गेट तक तो दूसरी ओर रेलवे स्टेशन तक वाहन कतारबद्ध खड़े दिखाई दिए।
शुक्रवार को नीमच कृषि उपज मंडी में मंदसौर जिले के भानपुरा तहसील के गांव कालाकोट के किसान अशोक धाकड़ लहसुन 40000 रु प्रति क्विंटल के तक दाम मिले। उनकी लहसुन को मंडी की फर्म भंडारी ट्रेडर्स ने खरीदा। हालांकि रोजना करीब 25 से 30 हजार रुपए प्रति क्विंटल औसत दाम लहसुन के किसानों को मिल रहे हैं।
कृषि उपज मंडी के लहसुन व्यापारी समीप चौधरी बताते हैं कि बांग्लादेश के रास्ते लहसुन देश में आ रही थी। बांग्लादेश के राजनीतिक हालातों के कारण अब लहसुन यहां नहीं आ पा रही है, जिसके चलते दामों में उछाल देखा जा रहा है।
दक्षिण के राज्यों में लहसुन की मांग बढ़ गई है। आने वाले दिनों में और अच्छे दाम किसानों को मिलने की उम्मीद है।
किसान अशोक धाकड़ ने बताया कि आज लहसुन के सबसे ज्यादा दाम मिले हैं। पहले एक बार 25 हजार दूसरी बार 29 हजार रुपए प्रति क्विंटल के दाम मिले थे। मगर आज 40000 रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिला है। करीब 90 किलो लहसुन लेकर मंडी आया था। हालांकि अब सभी लहसुन निकल चुके हैं, महज 10 प्रतिशत लहसुन मेरे पास बचा है।