यूएई और आंध्र प्रदेश ने आर्थिक और निवेश भागीदारी की संभावना तलाशी

विजयवाड़ा 01 अगस्त (वार्ता) संयुक्त आब अमीरात (यूएई) और आंध्र प्रदेश ने अधिक निवेश और आर्थिक भागीदारी की संभावना तलाशी है जिससे यूएई की कंपनियां आंध्र प्रदेश में निवेश करने की तैयारी कर रही है।
भारत में यूएई दूतावास ने यूएई-भारत सीईपीए परिषद (यूआईसीसी) और आंध्र प्रदेश सरकार के सहयोग से यहां आर्थिक और निवेश गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें यह संभावना तलायी गयी। इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अब्दुल नासिर अलशाली और आंध्र प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री टी.जी. भरत ने की।
गोलमेज सम्मेलन में यूएई के प्रतिभागियों में यूआईसीसी के निदेशक अहमद अलजनेबी के साथ-साथ यूएई कंपनियों, अबू धाबी पोर्ट्स, एयर अरेबिया, अरामेक्स, डीपी वर्ल्ड, डीयूसीएबी, एमार, अमीरात एयरलाइंस, अमीरात एनबीडी, फ्लाईदुबई, लुलु ग्रुप और टैब्रीड के प्रतिनिधि शामिल थे। आंध्र प्रदेश की ओर से 50 वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और कंपनी प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
डॉ. अलशाली ने संयुक्त अरब अमीरात-भारत रणनीतिक साझेदारी में आंध्र प्रदेश की केंद्रीयता को रेखांकित किया तथा लोगों के बीच आपसी संपर्क, आर्थिक और निवेश सहभागिता बढ़ाने के लिए सभी प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा “ यूएई और आंध्र प्रदेश के बीच आर्थिक और निवेश सहयोग के स्तर को बढ़ाना आवश्यक है। इस गोलमेज सम्मेलन में 10 से अधिक प्रमुख यूएई कंपनियों की भागीदारी आंध्र प्रदेश के महत्व और राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी निवेश और विकासात्मक एजेंडे का समर्थन करने की यूएई की इच्छा को दृढ़ता से प्रमाणित करती है।”
राजदूत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लोगों के बीच आपसी जुड़ाव बढ़ाने और प्रत्यक्ष निवेश को बढ़ावा देने के लिए यूएई और आंध्र प्रदेश के बीच हवाई संपर्क में सुधार करना महत्वपूर्ण है। इस बात पर जोर दिया गया कि यूएई के विमानवाहक विमान विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और तिरुपति के लिए प्रति सप्ताह 35 सीधी उड़ानें संचालित कर सकते हैं, जिससे आंध्र प्रदेश के हवाई अड्डों पर प्रति वर्ष 500,000 से अधिक यात्रियों की आवाजाही बढ़ जाएगी। संयुक्त अरब अमीरात और आंध्र प्रदेश के बीच सीधे हवाई संपर्क से न केवल आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए उपभोक्ता विकल्प और आर्थिक अवसर बढ़ेंगे, बल्कि एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विमानन केंद्र के रूप में राज्य की स्थिति भी मजबूत होगी।
गोलमेज सम्मेलन के दौरान, यूएई की कई कंपनियों ने आंध्र प्रदेश और भारत दोनों में अपनी निवेश योजनाओं को व्यापक रूप से रेखांकित किया। दोनों पक्षों के प्रतिभागियों के बीच एक अत्यंत संवादात्मक चर्चा हुई, जिसमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, विमानन और एयरोस्पेस, जैव प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, ऑटोमोटिव, पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल्स, और शिपिंग, लॉजिस्टिक्स और बंदरगाहों सहित कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की गई।
आंध्र प्रदेश भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में यूएई का 11वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसका कुल व्यापार 2023-2024 वित्तीय वर्ष के लिए 1.46 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इसी अवधि में, यूएई और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार 83.64 अरब डॉलर रहा। यूएई भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य, तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और चौथा सबसे बड़ा निवेशक है।

Next Post

अवीवा इंडिया अपने नए सिग्नेचर सीरीज़ का विस्तार किया

Thu Aug 1 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email नयी दिल्ली, 01 अगस्त (वार्ता) निजी जीवन बीमा कंपनी अवीवा लाईफ इंश्योरेन्स ने आज दो इन्श्योरेन्स प्लान अवीवा सिग्नेचर इन्वेस्टमेन्ट प्लान प्लेटिनम और एन्हान्स्ड अवीवा सिग्नेचर 3डी टर्म प्लान विद प्रीवेन्टिव वैलनैस पैकेज- के साथ अपनी प्रमुख […]

You May Like