उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने 1303 एकड़ में किया भूमिपूजन एवं लोकार्पण

हिनौती ग्राम में बन रहे गौवंश वन्य विहार को गौधाम के नाम से जाना जाएगा

रीवा की तरक्की को ऊंचाई तक पहुंचाने में इस गौवंश वन्य विहार का होगा विशेष योगदान: उप मुख्यमंत्री

नवभारत न्यूज

रीवा, 22 जुलाई, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा जिले के मनगवां विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत हिनौती ग्राम में 1303 एकड़ क्षेत्र में विकसित किए जा रहे गौवंश वन्य विहार में विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया. इस अवसर पर श्री शुक्ल ने कहा कि यह गौवंश वन्य विहार गौधाम के नाम से जाना जाएगा तथा रीवा की तरक्की को ऊंचाई तक पहुंचाने में इसका विशेष योगदान होगा.

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जिले में बाणसागर की नहरों से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचने से उपज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. किसानों की लहलहाती फसलों को बेसहारा गौवंशों द्वारा नुकसान पहुंचाया जाता है साथ ही गौवंश की उचित देखभाल न होने के कारण यह सडक़ों में बेसहारा घूमने लगीं. गौवंशों को संरक्षण देने के लिए ग्राम पंचायतों में गौशालाओं का निर्माण कराया गया साथ ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में गौवंश वन्य विहार को विकसित करने का अभियान शुरू हुआ जिससे किसानों की खेती फलेगी और फूलेगी तथा बेसहारा गौवंश को संरक्षण मिलेगा. श्री शुक्ल ने कहा कि बसामन मामा गौवंश वन्य विहार के बाद हिनौती का गौवंश वन्य विहार गौ संरक्षण के लिए प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध केन्द्र होगा और लोग इसको देखने आएंगे. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गौवंश वन्य विहार में 20 से 25 हजार गौवंशों को संरक्षण मिलेगा तथा आसपास के गांवों के लगभग सौ गौ सेवकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा. श्री शुक्ल ने विधायक निधि से 10 लाख रुपए देने की घोषणा की तथा निर्देश दिए कि सभी कार्य तत्काल प्रारंभ करा दिए जाएं. उन्होंने कहा कि यहाँ के कार्यों के लिए पैसों की कोई कमी नहीं होगी. आने वाले समय में यह आत्मनिर्भर व अन्य गौशालाओं के लिए उदाहरण प्रस्तुत करने वाला गौवंश वन्य विहार बनेगा. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी गौवंश के पोषण आहार के लिए प्रति गाय प्रति दिवस की राशि को 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया है.

जहा गौ माता की चिंता नही होती वहा प्राकृतिक आपदाएं आती है: उप मुख्यमंत्री

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आज का दिन अत्यंत शुभ है. श्रावण मास के प्रथम दिवस में भगवान शिव के आशीर्वाद से गौवंश के लिए किए जा रहे इस पुनीत कार्य में हम सभी भागीदार बन रहे हैं. गौ माता पवित्रता की पराकाष्ठा हैं. जहाँ गौ माता की चिंता नहीं होती वहाँ प्राकृतिक आपदाएँ आती हैं. अत: गौ माता की चिंता करना आवश्यक है. श्री शुक्ल ने कहा कि ईमानदारी से किया गया कार्य हमेशा सफल होता है. अत: गौवंश के संरक्षण हेतु आयोजित यज्ञ में सभी अपनी भागीदारी निभाएं. इससे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि हिनौती में गौवंश वन्य विहार की स्थापना हो रही है. उन्होंने उप मुख्यमंत्री जी को रीवा जिले के समग्र विकास के लिए साधुवाद दिया. इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधायक मनगवां इंजीनियर नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि उप मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से रीवा जिले को विकास के पंख लग गए हैं. हिनौती का गौवंश वन्य विहार बन जाने से बेसहारा गौवंश को संरक्षण मिलेगा. उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से यह गौवंश वन्य विहार चलेगा. अत: इसमें सहयोग करें. उन्होंने विधायक निधि से समुचित सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया. कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल सहित अधिकारीगण मौजूद रहे.

उप मुख्यमंत्री ने किया वृक्षारोपण

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गौवंश वन्य विहार परिसर में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पोषण वाटिका में पौधरोपण किया. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरे क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के लिए सघन वृक्षारोपण कर इसको संरक्षित करने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं.

उप मुख्यमंत्री ने किया गौ पूजन

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कार्यक्रम स्थल में 65.64 लाख रुपए से निर्मित दो गौ शेड का लोकार्पण करने के उपरांत गौ पूजन किया तथा गाय को चना एवं गुड़ खिलाया. उप मुख्यमंत्री ने 71.50 लाख रुपए के कार्यों का भूमिपूजन किया. जिनमें 30.42 लाख रुपए की लागत से दो नग गौ शेड, 21.92 लाख रुपए की लागत से चारागाह क्षेत्र की तार फेंसिंग, 15.16 लाख रुपए की लागत से दो हेक्टेयर क्षेत्र में चारागाह विकास तथा चार लाख रुपए से बनाए जाने वाले सामुदायिक स्वच्छता परिसर का कार्य शामिल है. उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल की मंशा के अनुरूप सभी गौवंश वन्य विहार को आत्मनिर्भर बनाने और वहां पोषण वाटिका विकास, एकीकृत कृषि व आजीविका संस्थान बनाने तथा स्वसहायता समूहों को कार्य प्रदान करने के क्रम में हिनौती गौवंश वन्य विहार में 6 नग गौशाला शेड, एक प्रशासनिक भवन व पशु चिकित्सालय, 500 मीटर पीसीसी रोड़ बनाकर पेवर ब्लाक लगाने, सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण, यज्ञ शाला निर्माण तथा उन्नत पशु नस्ल सुधार प्रजनन केन्द्र के अतिरिक्त एकीकृत कृषि व आजीविका संस्थान तथा मियावाकी वृक्षारोपण एवं पोषण वाटिका विकास के कार्य आगामी दिनों में कराए जाएंगे.

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