12 एवं 13 जुलाई को शिक्षाविदों का खंडवा में कुं भ लगेगा,राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हुए सुधारों को ये समझाएंगे
खंडवा: भारतीय ज्ञान एवं परंपरा विषय पर डा सीवी रामन विवि राष्ट्रीय कार्यशाला कर रहा है। 12 एवं 13 जुलाई को शिक्षाविदों का खंडवा में कुं भ लगेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हुए सुधारों को ये विद्वान समझाएंगे। तीन सौ से ज्यादा प्रोफेसर एवं शिक्षाविद देशभर से जुटेंगे। इसमें चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास के चैप्टर के इर्दगिर्द कार्यशाला का विषय घूमेेगा।कुलसचिव रवि चतुर्वेदी ने बताया कि यह आयोजन विवि एवं प्रदेश शासन का उच्च शिक्षा विभाग आयोजित कर रहा है। कुलाधिपति संतोष चौबे एवं कुलगुरू डा अरूण रमेश जोशी के निर्देशन में 22 सब्जेक्ट चुने गए हैं। इनमें सभी नई शिक्षा नीति और आज की जरूरत के विषय हैं। दो दिन के इस आयोजन में आवंटित विषयों के आयोजन की रूपरेखा मिनट टू मिनट होगी।पहले दिन सुबह पंजीयन के बाद उद्घाटन 12 जुलाई को सुबह साढ़े दस से साढ़े ग्यारह बजे तक होगा।
नए पाठ्यक्रमों की समीक्षा
भारतीय ज्ञान परंपरा में चरित्र विकास एवं व्यक्तित्व विकास के पाठ्यक्रम की समीक्षा एवं ज्ञान का समावेश और इस आधार पर पाठ्यक्रम में संशोधन ,और सुझाव प्राप्त कर इसे परिमार्जित करने के लिए प्रयोजन किया गया है। कार्यशाला की संयोजक समन्वयक एवं नोडल अधिकारी का दायित्व डॉ. संध्या दुबे निर्वहन कर रही है।
निमाड़ के लिए बड़ी बात
डॉ. सीवी रामन विश्व विद्यालय के कुलसचिव रवि चतुर्वेदी ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन का यह महत्वपूर्ण आयोजन खंडवा जिले में डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय के माध्यम से किया जाना गौरव का विषय है। इसमें राज्य एक राज्य के बाहर के विशेषज्ञ ,अध्ययन मंडल के अध्यक्ष, सदस्य,फैसिलिटेटर, मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी के लेखकगण, ईकंटेंट क्रिएटर, प्राध्यापक, शिक्षक, शोध अध्येता इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में सम्मिलित होंगे।
शोधपत्र भी पढ़े जाएंगे
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन और भारतीय ज्ञान परंपरा की पृष्ठभूमि में विमर्श किया जाएगा। कार्यशाला में प्रथम दिन बीज वक्तव्य एवं दूसरे दिन परिचर्चा के अलावा शोधपत्र वाचन एवं प्रस्तुतिकरण होगा। नवीन शिक्षा नीति में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास विषय के विभिन्न पाठ्यक्रमों पर वृहद चर्चा होगी। निष्कर्ष व सुझाव उच्च शिक्षा को भेजेंगे।
खंडवा में बड़े प्रोफेसरों का कुंभ
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. भरत व्यास एवं डॉ. देशराज शर्मा बीज वक्तव्य विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित होंगे। इसके अतिरिक्त डॉ.पी.एन. मिश्र तथा डॉ.जनार्दन चित्तोड़े (इस्कॉन रिसर्च फाउंडेशन पुणे) विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। स्वागत उद्बोधन कुलसचिव रवि चतुर्वेदी एवं अध्यक्ष डॉ. शहज़ाद कुरैशी होंगे।
दूसरा सत्र शनिवार को भी
द्वितीय सत्र 13 जुलाई को भारतीय ज्ञान परंपरा के परिप्रेक्ष्य में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास का समग्र विकास विषय पर स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में शामिल भारतीय ज्ञान परंपरा पर चर्चा सत्र के मुख्य वक्ता डॉ. विवेक कोहली अंबाला हरियाणा,रावण डॉ. अजय तिवारी सागर मध्यप्रदेश होंगे। स्वागत उद्बोधन कुलसचिव रवि चतुर्वेदी का होगा। अध्यक्षता डॉ. श्रीराम परिहार करेंगे। कुलपति उद्बोधन डॉ. अरुण जोशी द्वारा एवं विशेष वक्तव्य प्रोफेसर डॉ. पी. एन. मिश्र एवं श्वेतदीप्त प्रभुजी का होगा।