नरसिंहपुर: मैं जिला कलेक्टर नरसिंहपुर की शिकायत जनसुनवाई के माध्यम से उन्हीं के समक्ष कर रही हूं, शिकायतकर्ता ने आगे यह भी लिखा की अनेकों बार जिला न्यायालय के चक्कर लगा चुकी है और मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। कलेक्टर की शिकायत उन्हीं के समक्ष होने से अन्य अधिकारी भी हक्के-बक्के रह गये। जनसुनवाई में कुल 110 आवेदन आए, अधिकांश मामले राजस्व से जुड़े रहे। अधिकारियों का दावा था कि कुछ का मौके पर ही निराकरण कराया गया।
जनसुनवाई में खापा मुंगवानी की आदिवासी महिला सुशीला बाई गौड़ व रामदास कलेक्टर की शिकायत लेकर पहुंचे थे। आवेदन में सुशीलाबाई ने लिखा कि शिकायत देने में उन्हें बहुत ही दुख हो रहा है कि वे कलेक्टर की शिकायत जनसुनवाई के माध्यम से उन्हीं के समक्ष कर रहे हैं।लेकिन वे इसके लिए मजबूर हैं, क्योंकि अनेक बार वे कलेक्ट्रेट न्यायालय के चक्कर लगा चुकी है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। शिकायतकर्ता के अनुसार एक साल पहले कलेक्टर न्यायालय के समक्ष भूमि बेचने की मंजूरी दिए जाने के संबंध में आवेदन दिया था, जिसमें लगभग सभी कार्रवाईयां पूरी हो चुकी हैं। उनके पास इस भूमि के हो अलावा अन्य भूमि मौजूद है, वे भूमिहीन नहीं हैं। कई बार वे आदेश प्राप्त करने के लिए कलेक्टर न्यायालय के चक्कर लगा चुकी हैं, लेकिन छह माह बाद भी आदेश अप्राप्त है। इसलिए वे मजबूरी में यह शिकायत कर रहीं हैं।
माफी भी मांगी
शिकायत आवेदन में उन्होंने कलेक्टर से माफी भी मांगी। सुशीला बाई ने आशंका भी जताई कि वे भूमि बेचने की मंजूरी के आवेदन पर आदेश प्राप्ति के लिए यह शिकायत कर रहीं हैं, लेकिन हो सकता है कि उन्हें न्याय से वंचित होना पड़े। इसके अलावा उनके पास कोई और रास्ता नहीं है। लंबित प्रकरण में शीघ्र आदेश देने का आग्रह किया गया।