जबलपुर। नीट परीक्षा के रिजल्ट में हुई धांधली को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से व्यापमं को भंग किया गया था, उसी तरह से एनटीए को भी तुरंत भंग कर देना चाहिए। प्राइवेट बॉडी को एग्जाम लेने का कोई अधिकार नहीं है, इसके बाद भी धड़ल्ले से परीक्षा हो रही है। राज्यसभा सांसद ने नीट के अध्यक्ष की नियुक्ति और अभी तक उन्हें न हटाने को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर किस रिक्रूटमेंट अधिकार के तहत प्रदीप जोशी को नीट का अध्यक्ष बनाया गया है। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि जो भी नीट पर राजनीति कर रहा है, वो इससे बचे, क्योंकि नीट बच्चों का भविष्य है, न कि राजनीति का अखाड़ा। स्कूलों में इमरजेंसी का पाठ पढ़ाने को लेकर जिस तरह से सरकार ने फैसला लिया है, उस पर भी राज्यसभा सांसद ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि 50 साल पहले हुई घटना के बाद से अभी तक देश में 10 बार चुनाव हो चुके हैं। यह भी याद रखने वाली बात है कि इमरजेंसी
लगाने के बाद तत्काल सरकार को जनता ने हटा दिया, बाद में 1980 में इंदिरा गाँधी के नेतृत्व में फिर सरकार बनी।