नयी दिल्ली/मॉस्को, 25 जून (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले माह की शुरुआत में रूस की यात्रा पर जाने की संभावना है।
रूसी मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया कि श्री मोदी संभवत: जुलाई की शुरुआत में मास्को जाएंगे जहां उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात होगी।
मीडिया रिपोर्टों में क्रेमलिन के एक अधिकारी के हवाले से मंगलवार को यह जानकारी दी।
रूसी राष्ट्रपति श्री पुतिन के विदेश नीति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा गया है कि निश्चित तारीखें अभी सार्वजनिक नहीं की गईं हैं।
दोनों पक्ष संयुक्त रूप से उनकी घोषणा करेंगे।
रूसी समाचार एजेंसी इतरतास ने सूत्रों के हवाले से बताया कि यह दो दिवसीय दौरा होगा।
श्री मोदी की मॉस्को यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक एकल राजकीय यात्रा है।
दोनों नेता इस साल के अंत में रूस के कज़ान में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी भाग लेने जाएंगे।
श्री पुतिन ने भारत के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सफलता पर बधाई देने के लिए इस महीने की शुरुआत में श्री मोदी को फोन किया था।
श्री मोदी ने इस साल की शुरुआत में श्री पुतिन को राष्ट्रपति के रूप में अपना पांचवां कार्यकाल जीतने के बाद भी बधाई दी थी।
इस महीने की शुरुआत में, भारत ने स्विट्जरलैंड में यूक्रेन शिखर सम्मेलन में वलोदिमिर ज़ेलेंस्की के ‘शांति सूत्र’ के संबंध में जारी किए गए दस्तावेज़ से खुद को अलग कर लिया था, जिसे रूस ने खारिज कर दिया था।
भारत ने इस बात पर जोर दिया कि केवल ‘दोनों पक्षों’ को स्वीकार्य समाधान ही यूक्रेन में स्थायी शांति प्राप्त कर सकता है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा तब हो रही है जब रूस ने भारत के साथ एक रसद साझीदारी समझौते को मंजूरी दे दी है।
दोनों पक्ष पिछले कुछ वर्षों से संयुक्त सैन्य तैनाती पर बातचीत कर रहे हैं, जो अनिवार्य रूप से एक पारस्परिक रसद विनिमय (आरईएलओएस) सौदा है।
यह समझौता रूस और भारत के सैन्य संरचनाओं, युद्धपोतों और सैन्य विमानों के पारस्परिक रवानगी की प्रक्रिया पर है।