बिजली दफ्तर में बवाल के बाद थाने में दिया धरना, घंटों चला हंगामा
जबलपुर: कोतवाली थाना अंतर्गत उखरी स्थित पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के विजय नगर संभाग कार्यालय में बिजली बिल को लेकर बुधवार को हुए प्रदर्शन के दौरान हुई तोडफ़ोड़-मारपीट और एफआईआर के बाद भाजपाईं भडक़ गए और एक बार फिर मोर्चा खोलते हुए थाने का घेराव कर धरने पर बैठ गए घंटों हंगामा चला। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों के साथ कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया और हंगामा कर रहे भाजपाईयों को समझाइश दी गई।
विदित हो कि विजय नगर स्थित सहायक अभियंता कार्यालय में उपभोक्ता का बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायत लेकर भाजपा नेता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए थे। इसी दौरान सहायक यंत्री के केबिन में घुस गए मारपीट करने के साथ स्टॉफ को बंधक बनाकर तोडफ़ोड़ की गई थी। साथ ही मारपीट भी की गई। कार्यपालन अभियंता शहर संभाग के पद पर पदस्थ इमरान खान की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने बंटी चतुर्वेदी, अतुल दानी, पुष्पेन्द्र सिंह, अमन उर्फ कार्तिक दुबे, एवं अनिल सेंगर समेत अन्य 15 लोगो के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया था।
एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप
भाजपाईयों का कहना रहा कि बिजली दफ्तर में हुए विवाद के बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा हुई थी और मामला शांत हो गया था लेकिन देर रात बिजली विभाग के अधिकारी थाने पहुंचे और भाजपा नेताओं पर एफआईआर दर्ज करवा दी। पुलिस ने एक पक्षीय कार्यवाही की जबकि दूसरे पक्ष से भी आवेदन दिया गया था।
विधायकों के साथ समर्थक धरने पर बैठे, जाम लगा
केन्ट विधायक अशोक रोहाणी, उत्तर-मध्य विधायक अभिलाष पांडे, पाटन विधायक अजय विश्नोई समेत भाजपा नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, पूर्व मंत्री शरद जैन, पूर्व विधायक अंचल सोनकर, समर्थकों के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए थे। जिसके चलते जाम की स्थिति बन गई।
प्रकरण दर्ज कराने, एसपी को बुलाने पर अड़े
सूचना मिलते ही अति. पुलिस अधीक्षक समर वर्मा पहुंचे थे। साथ ही कई थानों का बल भी पहुंच गया था लेकिन गुस्साएं भाजपाई पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप को बुलाने पर अड़े रहे। उनका यह भी कहना रहा कि जब तक प्रकरण दर्ज नहीं होता है तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। हालांकि बाद मेें अधिकारियों और भाजपा नेताओं के बीच बात बन गई। भाजपा नेताओं का कहना रहा कि एसपी ने दूसरे पक्ष पर भी प्रकरण दर्ज करने के आदेश दे दिए है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक दूसरे पक्ष की एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई थी।
इनका कहना है
विद्युत विभाग के ऑफिस में बुधवार को हुई घटना के बाद वीडिया फुटेज सामने आए थे जिसके आधार पर बिजली विभाग के अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था। गुरूवार को दूसरे पक्ष ने शिकायत की है जिसकी जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
आदित्य प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक