शादी में बेइज्जत करने से आहत था मुख्य आरोपी, 9 माह पूर्व 23 अगस्त को रंगदेव सिंह गोड़ की हुई थी निर्मम हत्या, पुलिस ने अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने का किया दावा
सिंगरौली :सरई थाना क्षेत्र के 9 महीने ग्राम साजापानी के चरका घटिया पहाड़ी पर एक युवक का शव पुलिस को बरामद हुआ था। जिसके सिर व चेहरे को पत्थरों से कुचल कर युवक की हत्या की गई थी। मृतक की पहचान रंगदेव सिंह गोंड़ निवासी साजापानी के रुप में हुई। सरई पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201 ताहि कायम कर विवेचना में लेते हुये जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। अंतत: 9 महीने बाद इस अंधी हत्या में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है।
पुलिस के अनुसार एसपी एवं एएसपी के निर्देश पर एसडीओपी देवसर राहुल कुमार सैयाम ने उक्त मामले का खुलासा करने के लिए टीम का गठन किया गया। जिसका नेतृत्व स्वयं एसडीओपी देवसर राहुल कुमार सैयाम कर रहे थे।इस संबंध में पुलिस के अनुसार विवेचना के दौरान सभी सूक्ष्म बिंदुओं का गहन अध्ययन व साक्षियों से पूछतांछ पर पता चला कि घटना के बाद से ही गांव के दो व्यक्ति गांव से बाहर चले गए हैं तथा वापस नही आये हंै पुलिस ने संदेहियो की तलास की गई । जहां पता चला कि एक संदेही गोपाल बैगा ग्राम पुट्टूपानी अपनी ससुराल में रह रहा है। जिसे दस्तयाब कर सूक्ष्मता से पूछतांछ करने पर आरोपी ने जुर्म करना स्वीकार करते हुए बताया कि कुछ वर्ष पहले गावं के एक शादी समारोह में रंगदेव ने छोटा भाई श्रीपाल बैगा को गाली गलौज कर बेइज्जती की थी तथा मारपीट कर शादी से भगा दिया था।
तब से श्रीपाल बैगा इससे रंजिश मान लिया था। 27 अगस्त 2023 को श्रीपाल बैगा ने रात करीब 10-11 बजे गांव के पास वाले कुए के रास्ते पर रंगदेव को अकेला पाकर डंडे से सिर पर मार दिया। जिससे रंगदेव बेहोश हो गया था। जहां श्रीपाल बैगा ने अपने भाई गोपाल बैगा को साथ लेकर रंगदेव सिंह को चरका घटिया पहाड़ी लेकर गएं। जहां दोनो ने रंगदेव के सिर को कुचलकर हत्या कर शव को फेक दिया था। उक्त क ार्रवाई में एसडीओपी राहुल कुमार सैयाम के मार्गदर्शन में निरीक्षक शिवप्रताप सिंह राजावत, उनि सूर्यपाल सिंह, मनोज सिंह, अरुण सिंह, सउनि कमलेश प्रजापति, प्र आर विजय तिवारी, आर अशोक यादव, आर प्रभात दुबे, आर अंकित शुक्ला की अहम भूमिका रही।
दो भाइयो ने घटना को दिया था अंजाम
सरई पुलिस के अनुसार रंगदेव सिंह गोड़ की निर्मम हत्या करने में मुख्य आरोपी श्रीपाल बैगा था और जब मृतक बेहोश होकर गिर पड़ा था उसे ठिकाने लगाने के लिए आरोपी ने अपने भाई गोपाल बैगा का साथ लिया था। पुलिस के यह भी बताया था कि घायल व्यक्ति रंगदेव को बेहोशी हालत में चरकी घटिया पहाड़ी ले जाकर पत्थर से सिर कुचलक र शव को फेंक दिया था। ताकि उसकी पहचान न हो सके। पुलिस ने इस अंधी हत्या की गुत्थी को सुलझाने की दावा की है।