शिप्रा नदी रामघाट पर अजगर देख लोगों में फैली दहशत

युवक ने हिम्मत दिखाकर पकड़ा, जंगल में छोड़ा

उज्जैन: शिप्रा नदी किनारे रामघाट पर गुरुवार सुबह 2 फीट लंबा अजगर दिखाई देने के बाद अफरा तफरी फैल गई थी। काफी देर तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची रामघाट पर दुकान लगाने वाले युवक ने अजगर का रेस्क्यू किया और समीप के जंगल में छोड़ दिया। विदित हो कि इसके पूर्व नृसिंह घाट क्षेत्र में एक मगर का बच्चा भी दिखाई दिया था। जो कि बाढ़ के पानी में बहकर यहां पर आ गया था। लेकिन उसे बाहर निकालने में विभाग असफल रहा था क्योंकि कुछ देर तक तो वह दिखा उसके बाद वह गायब हो गया था। वहीं जनता ने कुछ दिनों तक तो नृसिंह घाट क्षेत्र में स्नान करना बंद कर दिया था। इसके बाद पुन: वहां पर डुबकी लगाना प्रारंभ कर दिया था।
रामघाट पर मुंबई वालों की धर्मशाला के पास सुबह 6 बजे के लगभग 2 फीट लंबा अजगर दिखाई देने पर अफरा तफरी फैल गई थी।

अजगर धर्मशाला की सीढिय़ों के पास से रेंगता हुआ शिप्रा नदी की ओर जा रहा था। आस्था का नहान करने आ रहे श्रद्धालु अजगर को देख दहशत में आ गए थे। अजगर के दिखाई देने पर रामघाट पर दुकान लगाने वाला युवक के सोनू सेन मौके पर पहुंच गया। श्रद्धालुओं की दहशत को देखते हुए सोनू ने डंडे की मदद से अजगर को एक प्लास्टिक की छोटी केन में रेस्क्यू कर लिया। रामघाट पर ड्यूटी कर रहे प्रधान आरक्षक मोहन सिंह ने बताया कि सोनू द्वारा रेस्क्यू किए गए अजगर की सूचना वन विभाग को दी गई लेकिन काफी देर तक कोई नहीं पहुंचा। सोनू ने अजगर को रणजीत हनुमान मंदिर के समीप जंगल में छोड़ दिया। गौरतलब हो कि रामघाट के आसपास सांप देखे जा सकते हैं लेकिन पहली बार अजगर दिखाई दिया है। कुछ साल पहले शिप्रा नदी में घडिय़ाल के बच्चे होने का मामला भी सामने आया था जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचा था।

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