दिव्यांग बालिकाओं का किया गया त्वरित पुनर्वास

सालसा के प्रयासों से भेजा गया उज्जैन

जबलपुर: प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड जबलपुर के माध्यम से मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के संज्ञान में आया कि स्नेह निकेतन (दिव्यांग बालिकाओं) संस्था में निवासरत बालिका कुमारी लिया उम्र.15 वर्ष एवं कुमारी स्नेहा उम्र 16 वर्ष 09 जनवरी 2024 को बाल कल्याण समिति सागर के आदेश से प्रवेशित हुई थी। उक्त दोनों बालिकाएं बीमारी से ग्रसित होकर शारीरिक एवं मानसिक रूप से बहुत ही कमजोर हैं। जिनके इलाज हेतु उचित मेडिकल देखभाल की आवश्यकता थी। जिस कारण दोनों दिव्यांग बालिकाओं को बाल कल्याण समिति सागर के आदेशानुसार अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम उज्जैन, भेजा जाना था, किंतु बालिकाओं को अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम उज्जैन नहीं भेजा जा सका था।

स्नेह निकेतन संस्था में इन बालिकाओं की देखरेख की कोई उचित व्यवस्था न होने के कारण उन्हें संस्था में अत्यंत कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा दिव्यांग बालकों के संबंध में योजना तैयार की गई है। जिसमें दिव्यांग बालकों के बचाव पुनर्वास विधिक प्रतिनिधित्व इत्यादि से संबंधित विभिन्न प्रावधान उपलब्ध कराये गये हैं। उक्त योजना के तारतम्य में न्यायमूर्ति शील नागू, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधिपति एवं कार्यपालक अध्यक्ष राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा हस्तक्षेप किया जाकर त्वरित रूप से कार्यवाही की गई।

उक्त दिव्यांग बालिकाओं के संबंध में सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उज्जैन एवं जबलपुर से संपर्क स्थापित कर बालिकाओं को उज्जैन भिजवाने हेतु प्रयास किया गया। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर एवं उज्जैन महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वित प्रयास से दोनों बालिकाओं को 12 जून को वातानुकूलित एंबुलेंस के माध्यम से अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम उज्जैन भिजवाया गया।

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