विंध्य के दो कर्णधारो पर रक्षा की कमान

रीवा के सपूत लेफ्टिनेट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी होगे नए आर्मी चीफ
30 जून को सम्भालेगे कार्यभार, रीवा के गढ़ मुडिला गांव के है पुस्तैनी निवासी
रीवा सैनिक स्कूल से की पढ़ाई, गांव एवं समूचे विंध्य में खुशी की लहर
नवभारत न्यूज
रीवा, 12 जून, देश की रक्षा की कमान विंध्य के दो कर्णधारो पर है. यह क्षण समूचे विंध्य और प्रदेश को गौरान्वित करने वाला है. केन्द्र सरकार ने मंगलवार देर रात भारतीय थल सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को नया सेना प्रमुख नियुक्त कर दिया है, 30 जून को पदभार ग्रहण करेगे. इसके पूर्व विंध्य के सतना महुडर में जन्मे नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी ने पदभार ग्रहण कर विंध्य को गौरान्वित किया था. विंध्य के दो सपूतो के कंधो पर देश की रक्षा का दायित्व है.
रीवा के गढ़ थाना अन्तर्गत मुडिला गांव में जन्मे श्री द्विवेदी दो साल तक सेवा में रह सकेगे. वही वर्तमान नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी भी विंध्य के ही रहने वाले है, उनका जन्म सतना के महुडर में हुआ. रक्षा मंत्रालय के अनुसार लेफ्टिनेट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए सेना प्रमुख बनेंगे. वह 30 जून की दोपहर में पदभार ग्रहण करेंगे. उपेंद्र द्विवेदी को सेना में चार दशकों का लंबा अनुभव है. इस दौरान उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में सेवा की.15 दिसंबर 1984 को उन्हें भारतीय सेना की इन्फैंट्री (जम्मू और कश्मीर राइफल्स) में कमीशन मिला था. लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ, इंस्ट्रक्शनल और विदेशी नियुक्तियों के दौरान काम किया.लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी की कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट (18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स), ब्रिगेड (26 सेक्टर असम राइफल्स), महानिरीक्षक असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल है. जनरल द्विवेदी सेना के उप प्रमुख बनने से पहले 2022 से 2024 के बीच अहम जिम्मेदारियां संभाली. इस बीच उन्होंने महानिदेशक इन्फैंट्री और जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (मुख्यालय उत्तरी कमान) सहित महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया.मध्य प्रदेश के रीवा सैनिक स्कूल, राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय और अमेरिकी आर्मी वार कॉलेज के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वार कॉलेज (मऊ) से भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है. इसके अलावा उन्हें अमेरिका के कार्लिस्ले में यूएसएडब्ल्यूसी संस्थान से प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में विशिष्ट फेलो की उपाधि से सम्मानित किया गया. जनरल द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है.
तीन भाईयो में सबसे छोटे है उपेन्द्र
रीवा में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का जन्म रीवा जिले के गढ़ के पास स्थित मुडिला गांव में 1 जुलाई 1964 को हुआ था. इनके पिता पांच भाई थे और पिता श्रीकृष्ण द्विवेदी खनिज अफसर के पद पर थे, जबकि माता मानवती गृहणी थी. तीन भाईयो में सबसे छोटे उपेन्द्र द्विवेदी ने रीवा सैनिक स्कूल में 1973 से लेकर 1980 तक पढ़ाई की. कक्षा 6 से 12 वी तक नर्मदा हाउस के छात्र रहे, स्नातक के बाद 15 दिसम्बर 1984 को उनका सेना में कमीशन हो गया. बड़े भाई डा0 पीसी द्विवेदी श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय के डीन से सेवानिवृत्त हुए है. जबकि दूसरे भाई प्रेम शंकर द्विवेदी सिंचाई विभाग से सीई पद से सेवानिवृत्त है और बहन डा0 पुष्पा पाण्डेय जबलपुर में स्त्री रोग विशेषज्ञ है.
पुस्तैनी गांव में जश्न का माहौल
लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के सेना प्रमुख बनाये जाने की खबर जैसे ही गांव वालो को मालूम पड़ी तो सभी खुशी से जूझ उठे. उनके पुस्तैनी घर में सुबह लोगो का ताता लगा रहा, बधाई देने के लिये लोग पहुंचते रहे. श्री द्विवेदी के चचेरे भाईयो ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह हम सबके लिये गौरव की बात है. डा0 प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि उपेन्द्र द्विवेदी उनके बड़े भाई है और पारिवारिक कार्यक्रमो में हमेशा घर आते रहे है. उनका गांव से विशेष लगाव रहा है, पुस्तैनी जमीन भी गांव में है. श्री चतुर्वेदी ने बताया कि आज हम सब अपने आप को गौरान्वित महसूस कर रहे है कि हमारे बड़े भाई इतने बड़े पद में पहुंचे है.

Next Post

मंत्रिपरिषद से स्वीकृत पदों पर शीघ्र भर्ती के लिए औपचारिकताएँ पूर्ण करें: शुक्ल

Wed Jun 12 , 2024
भोपाल, 12 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विगत दिवस मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित 46 हज़ार 491 विभागीय पदों और 607 विशेषज्ञ चिकित्सकीय पदों की पूर्ति के लिए समस्त औपचारिकताएं प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। श्री शुक्ल यहां मंत्रालय वल्लभ भवन में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा […]

You May Like