कई और निजी स्कूलों पर चलेगा प्रशासन का चाबुक

रडार में आए निजी स्कूलों में चल रही जांच – पड़ताल, कच्चा चिट्ठा हो रहा तैयार

मनमानी फीस वसूली, कमीशनखोरी का मामला

 

नवभारत, जबलपुर। जिले की निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली, कमीशनखोरी मामले में जिन स्कूलों के ऊपर कार्यवाही की गई है, उसके संचालक और प्राचार्य, पुस्तक विक्रेता सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं और अब अन्य निजी स्कूल भी जांच के दायरे में आ गए हैं जिनकी जिला प्रशासन द्वारा लगातार जांच की जा रही है और किन स्कूलों में कितनी मात्रा में अवैध रूप से फीस की बढ़ोत्तरी करके अभिभावकों की जेबें ढीली कराई हैं, उनका भी कच्चा चिट्ठा निकाला जा रहा है, इसके बाद उन अन्य निजी स्कूलों के ऊपर भी आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस मामले में जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे नए खुलासे भी हो रहे है। जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार अन्य निजी स्कूलों के ऊपर जांच की जा रही है,जिसमें कमीशन खोरी और अमानक रूप से फीस बढ़ोतरी मामले की जांच चल रही है। साथ ही कितने स्कूलों द्वारा किस मात्रा में फीस बढ़ोतरी करके अभिभावकों को लूटा गया है,इसकी भी जांच निरंतर चल रही है। जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि अभी तक निजी स्कूलों के 21 आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। विदित हो कि निजी स्कूलों की मनमानी के संबंध में लगातार अभिभावकों द्वारा आ रही शिकायत एवं 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री के ट्वीट व स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश में यह कार्यवाही की गई। चूंकि अभिभावक को अपनी बात रखने के लिये कलेक्टर के अलावा और कोई उचित फोरम नहीं मिल पा रहा था। जिससे कि उनकी बात सुनी जा सके। कलेक्टर ने शिकायत वाले विभिन्न स्कूलों में जांच दल भेजा जहां पहले जिला शिक्षा अधिकारी को भी स्कूल में प्रवेश की अनुमति नहीं मिल पाती थी, वहां कलेक्टर ने जांच दल को सशक्त कर शिकायतों की जांच कराई गई, एवं स्कूल संचालकों व अभिभावकों के साथ शिकायतों की खुली सुनवाई भी की गई।

240 करोड़ की अतिरिक्त फीसी हुई थी उजागर

निजी स्कूलों की मनमानी फीस, यूनिफार्म व शिक्षण सामग्री निर्धारित दुकान से खरीदने के मामले कलेक्टर ने जांच के आधार पर अनुचित फीस वृद्घि व विक्रेता विशेष से मनमाने दाम पर पुस्तक स्टेशनरी व यूनिफार्म क्रय करने के हथकंडे का पर्दाफाश किया था। कमीशनखोरी के इस षडयंत्र में अनावश्यक पुस्तकों के अतिरिक्त भार, फर्जी व डुप्लीकेट पुस्तकें आदि से सात लाख विद्यार्थियों से 240 करोड़ रूपये की आवैधानिक फीस वसूलने पर यह कार्यवाही की गई थी।

9 थानों में दर्ज हैं 11 अपराध

निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली, कॉपी किताबों आदि में कमीशनखोरी के मामले में फंसे स्कूल संचालक, प्राचार्य के साथ पुस्तक विक्रेताओं के ऊपर 9 थानों में 11 अपराध दर्ज हैं जिनकी विवेचना थाना प्रभारियों एवं सम्बंधित राजपत्रित अधिकारियों द्वारा की जा रही है। विदित हो कि  ओमती, बेलबाग, संजीवनी नगर, ग्वारीघाट, गोराबाजार, माढोताल, तिलवारा, बरेला, भेडाघाट में  विभिन्न धाराओं के तहत 11 अपराध दर्ज है और 21 आरोपी जेल भेजे जा चुके है।

इन निजी स्कूलों पर कस चुका है शिकंजा

फीस बढ़ोतरी मामले में क्राइस्ट चर्च सालीवाड़ा, ज्ञान गंगा ऑर्किड स्कूल, स्टेमफील्ड इंटरनेशनल स्कूल, लिटिल वार्ड स्कूल, चेतन्य स्कूल, सेंट अलयसियस स्कूल सालीवाड़ा, सेट अलोसियायस पोलीपाथर, सेट अलोसियस सदर, क्राइस्टचर्च आईएससी घमापुर,चेतन्य टेक्नो स्कूल, क्राइस्ट चर्च बॉय स्कूलों के चेयरमैन, प्रबंधक, प्राचार्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आईएसबीएन नंबर के कानून का उल्लंघन समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है।

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