कंगना की आतंकवाद को लेकर की गयी टिप्पणी की पंजाब के नेताओं ने की आलोचना

चंडीगढ़, 07 जून (वार्ता) पंजाब के नेताओं हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और सुखपाल सिंह खैरा सहित कई अन्य ने अभिनेत्री एवं नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत की पंजाब में आतंकवाद को लेकर की गयी टिप्पणी के लिए आलाेचना की है।

सुश्री रनौत ने कहा था कि पंजाब में आतंकवाद और अतिवाद बढ़ रहा है। गुरुवार को चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर हुई एक चौका देने वाली घटना में सीआईएसएफ की एक महिला जवान ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था। बताया जा रहा है कि महिला किसान आंदोलन को लेकर अभिनेत्री की टिप्प्णी से आहत थी।शिरोमणि अकाली दल के सांसद बादल ने कहा कि किसी को भी पंजाबियों को आतंकवादी या उग्रवादी कहने और लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की इजाजत दी जानी चाहिए।

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री मजीठिया ने ‘एक्स’ पर लिखा कि हालांकि वह किसी भी रूप में हिंसा के समर्थक नहीं हैं, लेकिन उन्होंने बार-बार कहा है कि किसान देश के लिए अन्न उगा रहे हैं और उनके बेटे, भाई- बहन सीमाओं पर सेवा कर रहे हैं । उनकी आवाज अनसुनी नहीं की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि चंडीगढ हवाई अड्डे पर जाे कुछ हुआ वह शासकों के किसानों और सैनिकों की आवाज अनसुनी करने का ही परिणाम था। शासकों को समझना चाहिए कि ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई कि जिसमें कुलविंदर कौर को ऐसा अतिवादी कदम उठाना पड़ा।श्री मजीठिया ने कहा, एक बयान जारी किया गया “ पंजाबी आतंकवादी बन रहे हैं… ऐसे बयानों से बचने की जरूरत है जो कड़वाहट का माहौल बनाते हैं।”

कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कंगना की टिप्पणी की निंदा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा “ मैं कभी भी किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करता, लेकिन सीआईएसएफ कर्मी कुलविंदर कौर ने अपने नापाक विभाजनकारी एजेंडे और किसानों के प्रति अपनी नफरत के कारण उसे थप्पड़ मारा। सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें इसलिए मारा क्योंकि उसे बुरा लगा जब कंगना ने प्रदर्शनकारी किसानों को वेतनभोगी ‘दिहाड़ी मजदूर’ कहकर चिढ़ाया, क्योंकि उसकी मां भी उसी विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थी। ऐसा लगता है कि उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है और एक बार फिर किसानों और पंजाब के खिलाफ जहर उगल रही है। वह थप्पड़ को पंजाब में फिर से आतंकवाद के सिर उठाने के रूप में पेश कर रही हैं। वह नहीं समझ रहीं कि यह एक थप्पड़ था न कि गोली चलाई गई।”

श्री खैरा ने कहा, “उन्हें अब यह समझ लेना चाहिए कि वह एक सांसद हैं और उन्हें अपनी जुबान पर नियंत्रण रखना चाहिए।”

Next Post

इजरायली हमले में मारे गये फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या 36,731 हुई

Fri Jun 7 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email गाजा, 07 जून (वार्ता) गाजा पट्टी में जारी इजरायली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 36,731 हो गई है।यह जानकारी हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को एक प्रेस बयान में दी। बयान […]

You May Like