ग्वालियर: हाल ही में एमआईटीएस को मिनिस्ट्री ऑफ़ एजुकेशन द्वारा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी का दर्जा दिये जाने के बाद डा. आरके पंडित को कुलपति बनाया गया है. डा. पंडित पिछले कई वर्षों से एम आईटी एस में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे. उसके बाद उन्हें निदेशक बनाया गया. संस्थान ने डा पंडित के कार्यकाल में उतरोत्तर प्रगति की एवं नेक की ए डबलप्लस ग्रेडिंग प्राप्त की.
उनके कार्यकाल में कई कोर्स को ऐन बी ए का एक्रेडिटेशन प्राप्त हुआ. संस्थान ने ऐनपीटीईल में भी सतत रैंक प्राप्त की. संस्थान ने ऐन ई पी 2020 के लगभग सभी प्रावधानों को फ्लेक्सिबल करिकुलम के माध्यम से स्थापित किया. डा पंडित के ही कार्यकाल में इमर्जिंग एरिया की ए आई, मशीन लर्निंग, डेटा सायंस, आईओटी, कंप्यूटर साइंस एवं डिज़ाइन, कंप्यूटर साइंस एवं बिज़नेस सिस्टम जैसे नए कोर्सेज की शुरुआत हुई. उनके निदेशक के रूप मैं कार्यकाल में एमआईटीएस का एडमिशन इंटेक बढ़ते हुए लगभग दो हज़ार सीटों का हो गया है।
कुलपति के रूप में डा पंडित ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है. डा पंडित ने इस मौक़े पर मैनेजमेंट का आभार व्यक्त करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया का धन्यवाद व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की प्रायोरिटीज़ में रिसर्च को बढ़ावा देना, छात्रों को फ्लेक्सिबल करिकुलम के द्वारा एजुकेशन एवं स्किल्ड इंजीनियर बनाना एवं यूनिवर्सिटी को तकनीकी शिक्षा में उच्चतम स्तर की यूनिवर्सिटी बनाना है. एम आई टी एस ने हमेशा से समाज को उच्च क्वालिटी इंजीनियर दिये है. कई आईआईटी के निदेशक एम आई टी एस के पूर्व छात्र रहे हैं।यह अधिकृत जानकारी संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मौर्य ने दी।