नयी दिल्ली 05 जून (वार्ता) टोरेंट ग्रुप की प्रमुख कंपनी टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने पेट से संबंधित विकारों के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा वोनोप्राज़न की बिक्री के लिए टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स के साथ करार किया है।
कंपनी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि टोरेंट अपने खुद के ट्रेडमार्क कबवी के तहत वोनोप्राज़न की बिक्री करेगी। इंडियन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी द्वारा प्रकाशित 2019 के एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय आबादी में जीईआरडी का प्रचलन लगभग 8.2 प्रतिशत है, जबकि शहरी आबादी में यह लगभग 11.1 प्रतिशत है।
वर्तमान में, पैंटोप्राज़ोल (प्रोटॉन पंप अवरोधक) जैसे उपचारों का उपयोग जीईआरडी के इलाज के लिए किया जाता है। काबवी जैसे पी-सीएबी की उपलब्धता भारतीय आबादी के लिए जीईआरडी के लिए नए और प्रभावी उपचारों को सुलभ बनाएगी।
टॉरेंट के निदेशक अमन मेहता ने कहा, “हमें भारतीय मरीजों के लिए इस नई दवा की बिक्री करने में खुशी हो रही है। मुझे विश्वास है कि काबवी के लॉन्च से जीईआरडी की बीमारी को कम करने में मदद मिलेगी और हमारी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पेशकशों को और मजबूत किया जाएगा। इससे भारतीय दवा बाजार में एक अग्रणी कंपनी के रूप में हमारी स्थिति मजबूत होगी।